अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन के दस्तावेजों में चेतावनी दी गई है कि वर्ष 2021 में जून-जुलाई महीने तक कोरोना वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो सकेगी। साथ ही इनमें ये संभावना भी जताई गई है कि कोरोना दोबारा बड़े पैमाने पर फैल सकता है। अमेरिकी सेना के लीक हुए दस्तावेजों से ये खुलासा हुआ है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।

रिपोर्ट के अनुसार दस्तावेजों पर किसी के हस्ताक्षर नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, दस्तावेजों को होमलैंड डिफेंस एंड ग्लोबल सिक्योरिटी के असिस्टेंट सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस केनेथ रपुआनो ने डिफेंस सेक्रेटरी मार्क इस्पर के लिए तैयार किया है।

दस्तावेजों में सेना को लेकर कहा गया है कि हमारे सामने लंबा रास्ता है और हमें दोबारा अपने अहम मिशन में जुटना चाहिए। हमें कोरोना के दोबारा फैलने को लेकर पूरी तरह तैयार रहना होगा। अमेरिका में वैक्सीन को लेकर कुछ पॉजिटिव रिजल्ट सामने आए हैं, लेकिन निश्चित तौर पर अभी वैक्सीन के बारे में कुछ भी कहा जाना संभव नहीं है कि ये कब तक लोगों तक पहुंच जाएगी।

चीन की लैब का दावा- बिना वैक्सीन के भी यह नई दवा रोक सकती है कोविड-19 महामारी
चीन से फैले कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। अब तक लाखों लोग इससे अपनी जान गंवा चुके हैं, मगर अब तक न तो इसकी वैक्सीन सामने आई है और न कोई इलाज। मगर इस बीच चीन के वैज्ञानिकों का दावा है कि उन्होंने ऐसी एक नई दवा बनाई है जिससे कोरोना वायरस को खत्म किया जा सकता है। चीन की एक प्रयोगशाला में एक दवा विकसित की जा रही है। लैब का मानना है कि इस दवा में कोरोना वायरस महामारी को रोकने की क्षमता है।

समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, चीन की प्रतिष्ठित पेकिंग यूनिवर्सिटी में वैज्ञानिकों द्वारा इस दवा का परीक्षण किया जा रहा है। रिसर्चर्स का कहना है कि यह दवा न सिर्फ कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के रिकवरी टाइम को कम कर सकती है बल्कि कोरोना वायरस के खिलाफ शॉर्ट टर्म प्रतिरक्षा शक्ति (इम्युनिटी) भी देती है। बता दें कि चीन के वुहान शहर से ही यह वायरस पूरी दुनिया में फैला है जिसकी तबाही आज देखने को मिल रही है। इसकी वैक्सीन बनाने में पूरी दुनिया जुटी है।

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