दिल्ली में 88 साल के बुजुर्ग एस जायसवाल ने मजबूत इच्छाशक्ति और सकारात्मक सोच के बल पर कोरोना संक्रमण को मात देने में कामयाबी हासिल की है। एस जायसवाल भारतीय वायुसेना के पूर्व अधिकारी हैं।

हिमाचल प्रदेश के उना के रहने वाले एस जायसवाल को 27 अप्रैल को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के गंगाराम अस्पताल से जुड़े कोलमट हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था। 9 मई तक वो पूरी तरह से संक्रमण मुक्त हो गए और उन्हें अस्पातल से छुट्टी दे दी गई है।

गंगाराम अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर डी.एस. राणा ने कहा कि आमतौर पर इस उम्र में लोग किसी न किसी बीमारी से पीड़ित होते हैं, लेकिन उनमें कोई बड़ी बीमारी नहीं थी। वह रोज सुबह शाम दो घंटे योग करते हैं। संयमित जिंदगी जीते हैं। खाने-पीने में खास ख्याल रखते हैं। नतीजा यह है कि इस उम्र में भी वह पूरी तरह से निरोग हैं, उन्हें ऐसी कोई बीमारी नहीं थी। यही कारण है कि कोविड-19 जैसे संक्रमण के बाद भी वह पूरी तरह से ठीक हो गए।

इसके पहले बीमार नहीं हुए

एस जायसवाल की दिनचर्या और अनुशासित जीवन शैली की वजह से 88 साल की उम्र में भी उन्हें कोई बीमारी नहीं हुई, लेकिन कोरोना संक्रमण हो गया। स्वस्थ जीवनशैली की वजह से इन्होंने इस खतरनाक वायरस को मात दे दी है। उन्होंने ऐसा कर अपने जैसे बाकी लोगों के लिए उदाहरण पेश किया है

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