पूरी दुनिया में लाखों लोगों को अपनी चपेट में लेने के बाद भी कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। दुनियाभर में 5 मिलियन यानी 50 लाख से अधिक कोरोना वायरस के मामले सामने आ चुके हैं। वर्ल्डोमीटर के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना पॉजिटिव की संख्या 5,082,661 हो चुकी है और इस महामारी से अब तक 329,294 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से न सिर्फ लोगों की मौतें हो रही हैं, बल्कि यह लोगों को बेरोजगारी और गरीबी की दलदल में भी धकेल रही है।
यहां कोरोना की रफ्तार की बात करें तो 40 लाख से 50 लाख का आंकड़ा छूने में कोरोना वायरस को महज 12 दिनों का समय लगा। वहीं 30 लाख से 40 लाख तक पहुंचने में 11 दिन लगा था। कई देशों, विशेष रूप से इटली और स्पेन जैसे देश जो अप्रैल की शुरुआत में सबसे ज्यादा प्रभावित थे, वहां कोरोना का चरम पार कर चुका है और धीरे-धीरे देश खुल रहा है। मगर अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि कोरोना फिर पलटवार कर सकता है।
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के मामले न्यूजीलैंड की आबादी के बराबर हो गई है या यूं कहें कि पार कर चुकी चुकी है। बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गरीब देशों में नए कोरोना वायरस के मामलों की बढ़ती संख्या के बारे में चिंता व्यक्त की। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के 106,000 नए मामले पिछले 24 घंटों में दर्ज किए गए हैं, जब से कोरोना का प्रकोप शुरू हुआ तब से यह एक ही दिन में सबसे अधिक मामलों का रिकॉर्ड है।
Worldometer पर मृत्यु दर और रिकवरी दर के आंकड़ों से पता चलता है कि वैश्विक स्तर पर कोरोना के मौजूदा चरण का सबसे घातक फेज शायद बीत चुका है। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से होने वाली मृत्यु दर 14 फीसदी है। वहीं इस कोरोना की रिकवरी दर 86 फीसदी है। यह रिकवरी दर पूरी दुनिया के लिए राहत वाली खबर है।
ब्राजील, रूस और भारत कोरोना वायरस के नए हॉटस्पॉट के रूप में उभर रहे हैं। अमेरिका में भी अब कोरोना के मामलों में कमी देखने को मिल रही है। अमेरिका में कोरोना वायरस से अब तक 92,387 की मौत हो चुकी है, जो पूरी दुनिया में किसी देश के लिए सबसे अधिक है। बता दें कि 31 दिसंबर को चीन के वुहान शहर में कोरोना का पहला मामला रिपोर्ट किया गया था। इस तरह से महज पांच महीने के दौरान ही कोरोना वायरस ने करीब 50 लाख लोगों को संक्रमित कर दिया है।