देश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता जा रहा है। कोरोना महामारी के फैलने के बाद पहली बार देश में 24 घंटे के भीतर 300 संक्रमित मरीजों की जान गई है। शुक्रवार को एक दिन के अंदर 300 लोगों के मरने से कुल मृतकों का आंकड़ा 6,575 पहुंच गया।
कोरोना वायरस से दुनिया में मरने वाले लोगों के मुकाबले भारत में कम मौतें हुई हैं। संक्रमण से वैश्विक मृत्यु दर 5.8 फीसदी है, लेकिन भारत में कोविड-19 से मरने वालों का दर अभी भी 2.8 फीसदी है। हालांकि, पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है।
पिछले सात दिनों में औसत 239 कोरोना से मौतें भारत में हो रही हैं। इससे पहले सप्ताह के मुकाबले यह 33 फीसदी अधिक है। बीते हफ्ते में कोविड-19 से मरने वालों की औसत संख्या 179 थी।
देश में गुरुवार को तकरीबन दस हजार नए मामले सामने आए थे। पिछले तीन दिनों से लगातार नौ हजार से ज्यादा कोरोना के पॉजिटिव मामले एक दिन में सामने आ रहे हैं। शुक्रवार को 9,398, गुरुवार को 9962 और बुधवार को 9565 मामले सामने आए। इस तरह, शुक्रवार तक भारत में कोविड-19 मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 236,037 हो गई।
विशेषज्ञों का कहना है कि शुरुआती समय में लॉकडाउन लागू किए जाने की वजह से कोरोना के मामले वास्तविक मामलों से कुछ कम हैं। अगर लॉकडाउन लागू नहीं किया जाता तो मामलों की संख्या कहीं अधिक होती। हालांकि, पिछले दिनों लॉकडाउन से छूट और अनलॉक-1 की घोषणा की वजह से विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में देश में कोरोना के मामलों में तेजी आने वाली है। जून-जुलाई के महीने में कोरोना के मामले ऊंचाई पर होंगे। इसके बाद नए मामलों में कुछ कमी आ सकती है।