65 प्रतिशत से अधिक लोग जो कोरोनवायरस पॉजिटिव पाए गए है, उनकी गंध या स्वाद की क्षमता कम होती पाई गई है। एक नए अध्ययन में यह खुलासा हुआ है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के लक्षणों की सूची में इस लक्षण को हाल ही में जोड़ा गया है। कोविड-19 नेगेटिव पाए गए सिर्फ 22 फीसदी लोगों में ये लक्षण देखने को मिले हैं।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और किंग्स कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं ने एक लक्षण की निगरानी करने वाले एप के जरिए 26 लाख लोगों पर अध्ययन किया। इसमें पता चला कि लगभग 17 फीसदी लोगों में कोरोनावायरस के लक्षण थे। वैज्ञानिकों ने पाया कि यूके में एप में लक्षणों से संबंधित जो 10 सवाल पूछे गए थे वे कोविड-19 पॉजिटिव परिणामों से जुड़े थे, जबकि अमेरिका में सिर्फ गंध और स्वाद की क्षमता कम होना, थकावट और भूख न लगने को पॉजिटिव परिणाम से जोड़ा गया है। कोरोनोवायरस लक्षणों पर नजर रखना और संक्रमण के शुरुआती संकेतों की पहचान करना बीमारी की दूसरी लहर को रोकने या कम करने के लिए महत्वपूर्ण हो जाएगा क्योंकि देशों को फिर से खोला जा रहा है। ऐसे में गंध की खोई क्षमता संक्रमण के संभावित पूर्वानुमान के रूप में उभर रही है।

क्या है प्राथमिक लक्षण 
अमेरिका में जब कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू हुई थी जब चेतावनी दी गई थी कि बुखार, खंसी और सांस लेने में दिक्कत इसके प्राथमिक लक्षण हो सकते हैं। डॉक्टरों ने पाया है कि इनके अलावा कई और लक्षण भी प्राथमिक चरण में दिखाई देते हैं। वैज्ञानिकों ने 26 लाख लोगों ने डाटा का विश्लेषण किया। 805,753  प्रतिभागियों में कई प्रकार के लक्षण दिखाई दिए। इनमें से 7,178 लोग पॉजिटिव पाए गए। लेकिन, लक्षणों के आधार पर वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया कि 140,000 लोग कोविड-19 से संक्रमित रहे होंगे।

शोधकर्ता एंड्रूय चैन ने कहा, जब कोविड-19 पहली बार दूसरे देशों से फैल रहा था, तो सबसे ज्यादा चिंता बुखार और सांस के लक्षणों को लेकर थी।  बुखार इतना सामान्य लक्षण नहीं है और हमें लगता है कि यह एक लक्षण हो सकता है जो बीमारी में काफी देर से होता है। इसकी जगह स्वाद और गंध की क्षमता कम हो जाना एक प्राथमिक लक्षण हो सकता है। हालांकि, जिन लोगों को पॉजिटिव पाया गया उनमें कई तरह के लक्षण पाए गए।

बेहद  अहम है टेस्टिंग 
टेस्ट करना सबसे स्पष्ट और विश्वसनीय तरीका है जिससे पता चल सकेगा कि बिना लक्षण वाले लोगों को कोरोनावायरस है या नहीं और वे दूसरों के लिए संक्रामक हो सकते हैं या नहीं। डॉक्टर चैन ने कहा, टेस्टिंग वास्तव में काफी पीछे है और जो हमें वास्तव में करने की आवश्यकता है वह यह है कि संक्रमित व्यक्ति की पहचान करने के लिए वैकल्पिक साधनों की तलाश करें। लक्षण ट्रैकर जनसंख्या के बड़े हिस्सों में बहुत प्रभावी तरीके से डाटा एकत्र करने का एक तरीका है, जहां संभावित प्रकोपों को समझा जा सकता है। साथ ही कहां संक्रामकता घट रही है ये भी समझ आ सकता है।

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