उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के गांव पिपरासर में दो दिन पहले कोरोना संक्रमित मिली वृद्धा की शुक्रवार की देर रात कानपुर हैलट में इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं, मृतका के संपर्क में रहे बेटी-दामाद सहित 20 लोग अभी सरस्वती मेडिकल कॉलेज में आइसोलेट हैं।

गुजरात के अहमदाबाद से 17 मई को बेटी-दामाद के साथ लौटीं पिपरासर गांव निवासी 65 वर्षीय वृद्धा की गुरुवार को हालत बिगड़ने के बाद स्वास्थ्य टीम उसे जिला अस्पताल लाई थी। सुधार नहीं होने पर उसी दिन कानपुर हैलट रेफर कर दिया गया था।

वृद्धा की रिपोर्ट कोरोना संक्रमित आने के बाद उसकी बेटी-दामाद सहित 20 लोगों को सरस्वती मेडिकल कॉलेज में आइसोलेट कराया गया था। शुक्रवार देर रात महिला ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पीएचसी प्रभारी डॉ. पंकज पांडेय ने बताया कि वृद्धा की मौत हो गई है।

मां के अंतिम दर्शन नहीं कर सके बच्चे
गुजरात के अहमदाबाद से मां को साथ लाने वाले बेटी-दामाद उनकी मौत के बाद अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाए। मां की मौत की खबर मिलते ही सरस्वती मेडिकल कॉलेज में आइसोलेट बेटी-दामाद बिलख पड़े। वहीं, गुजरात व विदेश में रहने वाले बेटे भी मां को नहीं देख सके।

गांव की 1200 आबादी है क्वारंटीन
वृद्धा के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद से गांव की 120 घरों की 1200 आबादी पहले से ही होम क्वारंटीन है। वहीं, गांव के अंदर जाने वाले चार मार्गों को हॉटस्पॉट चिह्नित कर बैरिकेडिंग लगाकर सील किया जा चुका है।

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