कोरोना महामारी से दुनिया के सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में अभी भारत चौथे नंबर पर है। भारत में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा पहले ही 3 लाख के पार जा चुका है। हालांकि, इन सब के बीच राहत की बात ये है कि देश में रिकवरी की दर तेजी से बढ़ी है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अब रिकवरी दर बढ़कर 50 प्रतिशत होने के साथ ही 1 लाख 62 हजार 378 मरीज इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं, जबकि 1 लाख 49 हजार 243 एक्टिव केस हैं।
हकीकत ये है कि दिल्ली और मुंबई में दुनिया में सबसे ज्यादा रिकवरी दर है। कोरोना से अमेरिका के सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क में इस महामारी से रिकवरी दर 21.23 फीसदी है। न्यू जर्सी में रिकवरी दर 18.88 फीसदी है।
इसके विपरीत, कोरोना के मरीज दिल्ली में 38.36 फीसदी और मुंबई में 45.65 फीसदी रिकवरी रेट के साथ तेजी से ठीक हो रहे हैं। हालांकि, दोनों ही शहरों में कोविड-19 के नए मामलों में भारी बढ़ोतरी हो रही है। दिल्ली में रविवार को 2224 नए केस आए हैं, यानी लगातार तीसरे दिन 2 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के मामले यहां पर देखने को मिले हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि जल्द ठीक होने की वजह है समय रहते कोरोना के मामले की पहचान और उनका सही तरीके से क्लीनिकल प्रबंधन। रिकवरी रेट तेजी के साथ देश में बढ़ रही है। 19 मई को भारत में कोरोना से रिकवरी रेड 39.73 फीसदी थी। इसके दो दिन बाद यह रिकवरी रेट बढ़कर 40.32 फीसदी हो गई। उसके बाद ये यह लगातार बढ़ रही है।
31 मई को स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की घोषणा की थी कि भारत में रिकवरी रेड 47.76 फीसदी है। 2 जून को यह रेट बढ़कर 48.19 हो गई। 15 अप्रैल तक कोरोना से ठीक होने की दर सिर्फ 11.42 फीसदी थी।