कोरोना वायरस के फैलने के साथ ही इससे जुड़े कई सवाल मन में आते हैं। ध्यान देने योग्य बात यह है कि यदि हमें जानकारी हो कि आखिर यह वायरस फैलता कैसे है तो इसे आसानी से रोका जा सकता है। परंतु कई लोगों को इसके बारे में गलत या भ्रामक जानकारियां होती हैं। ऐसे में सवाल-जवाब से जानिए इससे जुड़ी खास बातें…

स्टोर में सामानाें से नहीं, करीब खड़े लोगों से खतरा?
इस बात के कोई सुबूत नहीं है कि किराने के सामान से कोरोना वायरस का संक्रमण होता है। दुकान में किराने या अन्य सामान को खरीदते समय संक्रमण का सबसे बड़ा खतरा सामान नहीं, बल्कि वे लोग हो सकते हैं, जिनके आसपास से आप गुजरते या खड़े होते हो। रुग्टर यूनिवर्सिटी के माइक्रोबायोलॉजिस्ट डोनाल्ड शेफनर ने इसी तरह की सारी गलतफहमियों को दूर किया है।

  • क्या किराने के बैग को तीन दिन तक बाहर रखें?

यह केवल मूर्खता होगी। क्या दूध, आइसक्रीम, फल-सब्जी या मांस को तीन दिन तक बाहर रखा जा सकता है। कतई नहीं, इससे तो खाद्य पदार्थ खाने लायक ही नहीं रह जाएंगे। हालांकि इस तरह की सलाहों के पीछे कुछ तथ्यात्मक आशंकाएं जरूर हैं। दरअसल, वायरस कमरे के तापमान में धीरे-धीरे निष्क्रिय होता है, आठ घंटे में आधे से ज्यादा निस्तेज हो चुका होता है। दरअसल, यह मानकर यह सुझाव दिया गया कि किराने का सामान वायरस से दूषित हो सकता है और उसे छूने से बीमारी जकड़ लेगी, लेकिन यह एकदम गलत है।

  • क्या सारे शापिंग बॉक्स और बैगों से खतरा है?

इस सुझाव का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। अगर बाहर से आने वाले खाद्य पैकेट के संक्रमित होने की आशंका है तो भी सिर्फ यही सलाह होगी कि किसी भी खाद्य सामग्री को खाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धो लें, क्योंकि खाने में किसी तरह का संक्रमण आपके खुद के हाथ ही दे सकते हैं।

  • साबुन नहीं, सिर्फ ठंडे पानी से धोएं फल-सब्जी?

साबुन से ताजी खाद्य सामग्री को धोने की बात तो सोचिए भी नहीं। क्योंकि साबुन का अंश पेट में जाने पर मतली, उल्टी या डायरिया भी हो सकता है। साबुन आदि को खाद्य सामग्री की सफाई के लिए बनाया ही नहीं गया है। एफडीए समेत सभी विशेषज्ञों की सिफारिश है कि ताजे फल-सब्जी को ठंडे पानी से ही धोना चाहिए।

  • क्या बार-बार इस्तेमाल होने वाले थैलों से खतरा है?

पुनः इस्तेमाल लायक थैले एक अच्छी पंसद हैं। हां, इन्हें महामारी ही नहीं, आम दिनों में भी नियमित रूप से धोते रहना बेहतर होगा। सैद्धांतिक रूप से किराना स्टोर में ले जाते समय इन थैलों में भी रोगाणु आ सकते हैं। ऐसा स्टोर में आपके आसपास मौजूद किसी संक्रमित व्यक्ति के जरिए संभव है। मेरा सुझाव है ऐसे बैगों को गाड़ी में या घर के एकांत जगह में ही रखना सुरक्षित होगा। डर हो तो तत्काल उन्हें धो लीजिए। इसके अलावा किराने के सामान को दराज में रखते समय और उसके बाद हाथ अच्छे से धोना जरूरी है।

  • किराना स्टोर में खतरा कैसे कम किया जाए?

कई किराना स्टोर घुसते समय सैनिटाइजर देने के साथ सैनिटाइज ग्रॉसरी कार्ट भी उपलब्ध कराते हैं। ग्राहक को दोनों चीजों का लाभ लेना चाहिए। साथ ही, खतरे से बचने के लिए स्टोर से जल्द से जल्द बाहर निकलना जरूरी है। इसके लिए खरीदे जाने वाले सामान की सूची रखें, फटाफट सामान उठाएं, पैसा चुकाएं और बाहर आ जाएं।

  • …और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी?

सामाजिक दूरी का सख्ती से पालन किया जाना अनिवार्य है। आसपास के दूसरे व्यक्ति से 6 फीट की दूरी अवश्य रखें। स्टोर से निकलकर सैनिटाइजर इस्तेमाल करें और फिर घर में घुसने से पहले भी। सामान घर में रखकर थैले जल्द से जल्द अलग-थलग या गाड़ी में रख दें।

 

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