हैलट अस्पताल के डॉक्टरों ने लापरवाही की हद कर दी। वार्ड-1 होल्डिंग एरिया के डॉक्टरों ने कोरोना पॉजिटिव मरीज को गुरुवार सुबह 10 बजे पौत्रों के हवाले कर घर ले जाने की अनुमति दे दी। अज्ञात में भर्ती इस मरीज को परिजन छोटी बगाही बाबूपुरवा स्थित घर ले आए। रात को जब जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की कोरोना लैब से उसकी पॉजिटिव रिपोर्ट आ गई तो स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। देर रात उसे हैलट में भर्ती किया गया।

शुक्रवार सुबह मंत्री के दौरे के बीच अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को कोरोना मरीज के लापता होने की सूचना दी तो अफरातफरी मच गई। पुलिस ने बुजुर्ग की तलाश कर अपने घर में होने की रिपोर्ट दी। स्वास्थ्य विभाग को भी सूचना दी गई तो बाबूपुरवा इंस्पेक्टर ने सुबह से रात 11 बजे तक बुजुर्ग को एम्बुलेंस से हैलट भेजने की मांग करते रहे लेकिन एम्बुलेंस नहीं पहुंची। महाराजपुर थाने का सिपाही एमजीए कॉलेज, पुरवामीर महाराजपुर में सड़क किनारे अचेतावस्था में पड़े बुजुर्ग (70) को 27 मई को दोपहर में 1:25 बजे हैलट इमरजेंसी में लेकर आया। डॉक्टरों ने उन्हें तत्काल होल्डिंग एरिया वार्ड-1 में शाम को शिफ्ट कर दिया। अज्ञात में ही सैंपल भी जीएसवीएम कोरोना लैब भेजा गया।

इस बीच पुलिस से पता कर बुजुर्ग के दो पौत्र अस्पताल पहुंच गए। अपने बाबा को पहचाना और डॉक्टरों को परिचय दिया तो उनसे कहा कि उनके बाबा को कुछ नहीं हुआ है, ले जाओ। इसके साथ ही पोते गुरुवार सुबह हैलट से 10 बजे बाबा को 10 दुकान, छोटी बगाही बाबूपुरवा स्थित घर में ले आए। बीती रात रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई तो हैलट प्रशासन ने कहा कि अज्ञात मरीज लापता है और बिना बताए गायब हो गया जबकि उनके पौत्र ने रिकॉर्डिंग में डॉक्टरों की पोल खोल दी और कहा कि उनके कहने पर ही बाबा को घर लाए। इसके साथ ही वार्ड में कोई सीसीटीवी कैमरा लगा हो इसे देखा जा सकता है। हैलट की प्रमुख अधीक्षक डॉ. ऋचा गिरी का कहना है कि कोरोना पॉजिटिव के बिना बताए लापता होने की सूचना पुलिस को दे दी गई है। हालांकि देर रात अस्पताल प्रशासन ने बुजुर्ग को घर से लाकर अस्पताल में भर्ती किया।

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