सिलीगुड़ी के उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर का दावा है कि उन्हें कोरोनावायरस के पॉजिटिव मामलों की देखभाल के लिए बेडशीट के मास्क, सनग्लास और रेनकोट दिए गए हैं. पूरी दुनिया में 37 हजार से अधिक लोगों को मौत की नींद सुला चुका कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में तेजी से बढ़ रहा है. अब तक 1337 केस सामने आ चुके हैं, जिसमें 40 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ अहम भूमिका निभा रहे हैं. बावजूद इसके उनको जरूरी किट नहीं मिल पा रहा है.
लापरवाही का मामला पश्चिम बंगाल से सामने आया है. सिलीगुड़ी के उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों का दावा है कि उन्हें कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामलों की देखभाल के लिए PPE (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विप्मेंट्स), लेबोरेटरी ग्लास और सर्जिकल/ N95 मास्क के बजाय बेडशीट के मास्क, सनग्लास और रेनकोट दिए गए हैं.
We met MSVP (medical superintendent cum vice principal) who told us there's no supply of PPEs&requisition has been sent. We were given raincoat&sunglasses.They told us to wash raincoat&reuse: Shahriar Alam, resident doctor, Medicine Dept of North Bengal Medical College, Siliguri pic.twitter.com/xA6xGmUrV7
— ANI (@ANI) March 31, 2020
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर शहरियार आलम ने कहा कि हम MSVP (मेडिकल सुपरिंटेंडेंट कम वाइस प्रिंसिपल) से मिले, जिन्होंने हमें बताया कि पीपीई की कोई आपूर्ति नहीं है और एक अनुरोध भेजा गया है. जब हमने उस पर दबाव डाला, तो उसने हमें ड्यूटी के लिए नहीं आने के लिए कहा.
@drharshvardhan The condition of North Bengal Medical College & Hospital is very bad. Masks made of cloth, raincoats etc have been given to docs instead of PPEs. Kindly look into this as an urgency. This is putting our doctors at grave risk. @RajuBistaBJP @HMOIndia @Jorebungley pic.twitter.com/QEsJfyu0B0
— 🇮🇳 Sameer Mohiley (@MohileyS) March 31, 2020
डॉक्टर का आरोप है कि हमें रेनकोट और धूप के चश्मे का एक पैकेट दिया गया था. उन्होंने हमें रेनकोट धोने और पुन: उपयोग करने के लिए कहा है. कोरोना से जंग लड़ रहे डॉक्टरों के ऐसा सलूक उस राज्य में किया जा रहा है, जहां आज ही एक मरीज की मौत हुई है.पश्चिम बंगाल में कोरोना के अब तक करीब दो दर्जन मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें से दो की मौत हो चुकी हैं. इसके बावजूद डॉक्टरों को मेडिकल किट नहीं मिल पा रहा है. उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों फिलहाल रेन कोट और धूप के चश्मे पहनकर कोरोना से जंग लड़ रहे हैं.