भारत-नेपाल सीमा के रास्ते 5-6 खूंखार आतंकी (Terrorists) देश के अंदर आने की फिराक में हैं. बिहार स्पेशल ब्रांच ने ये अलर्ट राज्य के सभी जिलों को जारी किया है. इसके अनुसार ISI ने पाक सेना द्वारा ट्रेंड तालिबान और जैश ए मोहम्मद के 5-6 खतरनाक आतंकियों को भारत-नेपाल के रास्ते अंदर भेजने की योजना बनाई है.

ताकि किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दिया जा सके. ऐसे 20-25 आतंकी जम्मू-कश्मीर सीमा से भी घुसपैठ कर सकते हैं. ISI ने दिल्ली में देश के कुछ बड़े नेताओं पर हमला कराने की योजना बनाई है.

KLF के पकड़े गए आतंकियों का खुलासा
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Special Cell of Delhi Police) ने शनिवार को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के इशारे पर काम करने वाली खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट (केएलएफ) के तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था. पूछताछ में इन खालिस्तानी आतंकियों (Khalistani Terrorists) ने कई बड़े खुलासे किए हैं.

निशाने पर थीं नामी हस्तियां
इनके निशाने पर दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस), बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद से जुड़े कुछ बड़े लोग थे. ये सिर्फ टारगेट किलिंग करना चाहते थे. मास किलिंग से दूर रहते थे. टारगेट किलिंग के जरिये उत्तर भारत मे माहौल खराब करने की इनकी प्लानिंग थी.

एक वेबसाइट के जरिये ग्रेटर खालिस्तान बनाने के लिए ‘रेफरेंडम 2020’ वोटिंग की शुरुआत की थी. इनसे जुड़े लोग रेफरेंडम के जरिये ग्रेटर खालिस्तान का हेडक्वॉर्टर लाहौर में बनाना चाहते थे. सोशल मीडिया के जरिये ज्यादा से ज्यादा नौजवानों को रेडिक्लाइज़ करना चाहते थे. इस पूरी प्लानिंग के पीछे आईएसआई का हाथ.

पंजाब में भी पकड़े गए थे दो खालिस्तानी आतंकी
इससे पहल पंजाब पुलिस ने पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे एक बड़े आतंकी रैकेट का खुलासा करते हुए दो खालिस्तानी आतंकियों को गिरफ्तार किया था. ये दोनों पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स की शह पर पंजाब में सिलसिलेवार आतंकी हमलों की साजिश रच रहे थे. पकड़े गए आतं‍कियों के पास से जर्मन मेड MP5 सब-मशीन गन, एक पिस्‍टल, 4 कारतूस और 2 मोबाइल फ़ोन बरामद हुए थे.

पंजाब के DGP दिनकर गुप्ता ने बताया कि दोनों आतंकी मोबाइल फ़ोन के जरिए पाकिस्तान में अपने हैंडलर्स से तस्वीरें, सूचनाएं, वॉयस मैसेज और लोकेशन शेयर कर रहे थे. पकड़े गए ऑपरेटिव में से एक गुरमीत सिंह के फ़ोन में खालिस्तान से संबंधित पोस्ट, वेब-लिंक भी मिले हैं. गुरमीत पाकिस्तान में चलने वाले भारत विरोधी गुटों और ISI से लगातार संपर्क में था.

Input : Tv9 Bhartavarsh

 

 

 

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