उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में आबकारी विभाग एक छापे के बाद से परेशान है। इस छापे में आबकारी विभाग ने देशी शराब के ठेके से जो शराब बरामद की उसमें पकड़ी गई मिलावटी शराब का नमूना जांच में पास हो गया। आबाकारी विभाग के लिए चिंता का विषय छापे में मिले रैपर, ढक्कन, क्यूआरकोड और लेबल है क्योंकि वह जांच में नकली पाए गए। अब ठेका संचालक की शिकायत पर आबकारी मंत्री ने इस मामले में जांच बैठा दी है। एसएसपी के आदेश पर एसपी ग्रमीण ने जांच शुरू कर दी है।

आबकारी विभाग ने 17 जुलाई 2019 को सजेती थानाक्षेत्र के कैथा चौराहा स्थित जगदीश सिंह के देशी शराब ठेके पर छापेमारी की थी। जांच में 61 पेटी देशी शराब और 30 पौव्वे लूज में मिले थे। आबकारी की जांच में बोतलों के ढक्कन, लेबल, शीशी, क्यूआर कोड नकली निकले, जबकि शराब का सैंपल जांच में पास हो गया। मिलावटी शराब बेचने पर आबकारी विभाग ने ठेका संचालक बरीगवा बकेवर फतेहपुर निवासी जगदीश सिंह व सेल्समैन हरशरण गुप्ता, राजीव कुमार के खिलाफ सजेती थाने में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेजों का इस्तेमाल समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर सजेती थाने में दर्ज कराई थी।

अफसरों पर फंसाने का लगाया आरोप 
ठेका संचालक जगदीश सिंह ने आबकारी मंत्री से मामले की शिकायत करते हुए आबकारी अफसरों पर फंसाने का आरोप लगाया है। आबकारी मंत्री के आदेश पर मामले में दोबारा जांच बैठा दी गई है। एसपी ग्रामीण ने बताया कि मिलावटी शराब छापेमारी के दौरान दुकान से बरामद हुई थी। शराब का सैंपल पास हो गया था अन्य नकली सामाग्री निकली थी। मंत्री के आदेश पर मामले की दोबारा जांच शुरू कर दी गई है। जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।

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