जम्मू कश्मीर की खूबसूरती के छिपे हुए रंग केंद्र की 6000 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी योजना से सामने आएंगे। साथ ही नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे इलाकों में रणनीतिक रूप से इंफ्रास्ट्रक्चर भी बेहतर होगा। सरकार गुलमर्ग के नजदीक से केरन, करनाह, माछिल, गुरेज तक 600 किलोमीटर हाइवे और सड़कों का जाल बिछाएगी। इसमें करीब 12 सुरंग और ब्रिज भी शामिल होंगे। इस इलाके को द्रास कारगिल से भी जोड़ा जाएगा।

जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव बी वी आर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि कुपवाड़ा में सभी एलओसी से जुड़े इलाकों, दर्रों व खूबसूरत पर्वतीय श्रृंखला व घाटियों को एक-दूसरे से सड़कों से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा ये कश्मीर का ड्रीम प्रोजेक्ट है। प्रोजेक्ट अमल में आया, तो अगर कोई लेह आता है तो वह गुलमर्ग होते हुए द्रास तक जा सकता है।

गुमनाम खूबसूरती निखरेगी
मुख्य सचिव ने कहा कि गुलमर्ग और पहलगाम की तरह ही कश्मीर में दर्जन भर से ज्यादा और भी स्थान हैं, लेकिन लोगों को इसकी जानकारी नही है और संपर्क भी नहीं है। सरकार की योजना है पूरे एलओसी के इलाके को सड़कों के जाल से जोड़ा जाए।

पूरा इलाका होगा गुलजार
उन्होंने कहा कि कुपवाड़ा में सुंदर घाटियां हैं, लेकिन एक से दूसरी जगह पर जाना मुश्किल है। अगर सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट अमल में आया, तो पूरा इलाका पर्यटन के लिहाज से गुलजार हो जाएगा।

एलओसी पर रणनीतिक रूप से अहम सड़क बनाई
सरकार एलओसी के निकटवर्ती इलाकों में सुरक्षा के लिहाज से भी मजबूत नेटवर्क तैयार कर रही है। जोरहम से जुमगुंड तक 24.7 {24 दशमलव सात किलोमीटर) की सड़क बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन ने हाल में पूरी कर ली है। इससे पाकिस्तान की हरकतों पर लगाम कसने में आसानी होगी।

इसी इलाके में पांच जवान हुए थे शहीद
इसी इलाके में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में कुछ महीने पहले सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। इस सड़क को रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अधिकारियों ने कहा इस इलाके में पहले इंफ्रास्ट्रक्चर होता, तो शायद हमारे जवानों की जान नहीं जाती। अब यहां सड़क बनने से करीब 9 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंचना, सप्लाई पहुंचाना काफी आसान हो गया है।

जवानों ने कहा अच्छा कदम
एलओसी के निकट जुमगुंड में मौजूद जवानों ने हिंदुस्तान से बातचीत में कहा कि यहां हमें हर वक्त सतर्क रहना पड़ता है। स्नाइपर अटैक का खतरा बना रहता है, लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर होने से हम फायदे की स्थिति में रहेंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here