2500 लोगों को चूना लगाने वाला ठग गिरफ्तार, कम EMI पर मोबाइल बेचने का झांसा देकर बनाता था शिकार

फर्जी वेबसाइट के जरिये ढाई हजार से अधिक लोगों को मासिक किस्त पर मोबाइल फोन बेचने का झांसा देकर ठगने के आरोप में पुलिस ने एक 32 वर्षीय युवक को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया है।

पुलिस ने बुधवार को इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी जितेंद्र सिंह ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि उसने अपने साथियों- प्रवीण कुमार और रजत शुक्ला के साथ मिलकर लोगों को मासिक किस्त पर मोबाइल देने का झांसा देकर धोखाधड़ी की थी। पुलिस ने कहा कि आरोपी मोबाइल देने के नाम पर लोगों से कुछ पैसे ऐंठ कर चंपत हो जाते थे।

पुलिस ने कहा कि जितेंद्र सिंह ने स्वीकार किया कि इस प्रकार उसने देशभर में ढाई हजार से अधिक लोगों को चूना लगाया था। पुलिस ने कहा कि आरोपी के साथियों की तलाश जारी है।

पुलिस ने कहा कि मामला प्रकाश में तब आया जब इरफान खान नामक एक व्यक्ति की शिकायत पर नौ जनवरी को जांच शुरू की गई। इरफान खान ने शिकायत दर्ज कराई थी कि पिछले साल दिसंबर में वह मोबाइल फोन खरीदना चाहता था और इस दौरान उसे बेहद कम मासिक किस्त पर मोबाइल बेचने वाली एक वेबसाइट का पता चला।

शिकायत के अनुसार इरफान ने मोबाइल खरीदने के लिए ‘वर्चुअल प्राइवेट एड्रेस (वीपीए) के जरिये पहली बार 1,499 रुपये और इसके बाद तीन बार में 5,998 रुपये जमा किए। इरफान द्वारा भुगतान किए जाने के बावजूद न तो उसे मोबाइल मिला और ना ही पैसे वापस किए गए।

पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पूर्व) आर.पी. मीणा ने कहा कि जांच के दौरान वेबसाइट पर दिए गए मोबाइल नंबरों की पड़ताल की गई जिसमें पता चला कि एक फोन नंबर रजत शुक्ला के नाम पर दर्ज है। वीपीए की जांच से पता चला कि वह रजत शुक्ला के बैंक खाते से जुड़ा हुआ है। मीणा ने कहा कि बैंक खाते की डिटेल के अनुसार पैसा जितेंद्र सिंह के खाते में ट्रांसफर किया गया था।

उन्होंने कहा कि जितेंद्र सिंह को गाजियाबाद स्थित उसके घर से मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया और अपराध में इस्तेमाल हुए दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। पूछताछ के दौरान जितेंद्र ने खुलासा किया कि पिछले दो साल में उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर तीन फर्जी वेबसाइट बनाईं और लोगों को चूना लगाया।

डीसीपी ने कहा कि आरोपी मोबाइल फोन की कीमत दो हजार से आठ हजार तक रखते थे ताकि धोखे का शिकार हुआ व्यक्ति पुलिस के पास न जाए।

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