एयर इंडिया (Air India) अपने कर्मचारियों को 6 महीने से लेकर 60 महीने की leave Without Pay पर भेजने की तैयारी कर रही है. इसके लिए एयर इंडिया बोर्ड की मंजूरी मिल गई है. बोर्ड ने चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर को एयर इंडिया के कुछ स्टाफ को बिना वेतन के पांच साल तक के छुट्टी पर भेजने की सिफारिश करने की इजाजत दे दी है. योजना के तहत एयर इंडिया (Air India) के कर्मचारियों को 6 महीने के अवैतनिक अवकाश (Leave Without Pay) पर भेजने के बाद इसे 60 महीने यानी 5 साल तक के लिए बढ़ाया जा सकता है.

पहले 2 साल, फिर 5 वर्ष तक के लिए बढ़ाई जा सकती है छुट्टी

आधिकारिक आदेश में कहा गया है कि एयर इंडिया के सीएमडी राजीव बंसल अब कर्मचारियों को छह महीने से दो साल की अवधि के लिए छुट्टी पर भेज सकते हैं. इसे पांच साल तक के लिए बढ़ाया जा सकता है. बताया जा रहा है कि एयरलाइन संकट से उबरने और लागत घटाने के लिए ये स्कीम लेकर आई है. बता दें कि एयर इंडिया ने यह कदम ऐसे समय उठाया है, जब केंद्र सरकार एयरलाइन को बेचने की कोशिश कर रही है. फिलहाल एयरलाइन की बिक्री प्रक्रिया कोरोना वायरस प्रकोप के कारण अधर में लटक गई है.

 

तीन पैमानों पर किया जाएगा कर्मचारियों की परफॉर्मेंस का आकलन
आदेश में कहा गया है, ‘मैनेजमेंट को यह अधिकार है कि वह किसी भी कर्मचारी का मूल्यांकन कर एयरलाइन की जरूरत, सेहत और कॉम्पिटेंस लेवल के आधार पर अवैतनिक अवकाश पर भेज सकता है.’ स्कीम की घोषणा के बाद एयर इंडिया मुख्‍यालय में सभी डिपार्टमेंट हेड और रिजनल ऑफिस में रिजनल डायरेक्टर्स इन तीनों पैमानों पर हर कर्मचारी का आकलन करेंगे. आकलन के बाद अवैतनिक छुट्टी पर भेजे जाने वाले कर्मचारियों की सूची तैयार की जाएगी. इस सूची पर सीएमडी की मुहर लगने के बाद कर्मचारियों को अवैतनिक अवकाश पर भेज दिया जाएगा.

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15 अगस्‍त तक कर्मचारियों की सूची सीएमडी को सौंप दी जाएगी
मैनेजमेंट कर्मचारी की उपयुक्तता, एफिसिएंशी, कॉम्पिटेंस लेवल, परफॉर्मेंस क्वॉलिटी, हेल्थ स्‍टेटस और छुट्टियों के रेकॉर्ड का आकलन करेगा. इसके बाद ही किसी कर्मचारों को बिना वेतन के अवकाश पर भेजने का फैसला लिया जाएगा. रिजनल डायरेक्टर्स और डिपार्टमेंटल हेड को 15 अगस्त तक सूची एयर इंडिया के सीएमडी को भेजने के लिए कहा गया है. एयर इंडिया में करीब 13 हजार स्‍थायी कर्मचारी हैं इनकी हर महीने की सैलरी पर 230 करोड़ रुपये खर्च होते हैं. कंपनी नॉन-परफॉर्मिंग कर्मचारियों को अवैतनिक अवकाश पर भेजकर अपनी नकदी की समस्‍या से भी थोड़ी निजात पा लेगी.