उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। कोरोनावायरस संक्रमण में लॉकडाउन में महाराष्ट्र के नासिक रोड में फंसे 847 लोग ट्रेन से लखनऊ पहुंचने के बाद रोडवेज की बसों से अपने-अपने गृह जनपद रवाना हो गए। इस बीच सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विशेष ट्रेन से लखनऊ पहुंचे श्रमिकों से टिकट की कीमत वसूलने बेहद शर्मनाक बताते हुए कहा है कि जब पैसे ही लेने थे तो कोविड-19 केयर फंड में पैसे क्यों डलवाए गए।
अब तो भाजपा के आहत समर्थक भी ये सोच रहे हैं कि अगर समाज के सबसे ग़रीब तबके से भी घर भेजने के लिए सरकार को पैसे लेने थे तो PM Cares Fund में जो खरबों रुपया तमाम दबाव व भावनात्मक अपील करके डलवाया गया है उसका क्या होगा? अब तो आरोग्य सेतु एप से भी इस फंड में 100 रु वसूलने की ख़बर है
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 3, 2020
अखिलेश यादव ने रविवार सुबह दो ट्वीट किए। उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा, ट्रेन से वापस घर ले जाए जा रहे गरीब, बेबस मजदूरों से भाजपा सरकार का रुपया वसूलना बेहद शर्मनाक है। आज साफ हो गया है कि पूंजीपतियों का अरबों माफ करनेवाली भाजपा अमीरों के साथ है और गरीबों के खिलाफ। विपत्ति के समय गरीबों का शोषण करना सूदखोरों का काम होता है, सरकार का नहीं।
ट्रेन से वापस घर ले जाए जा रहे गरीब, बेबस मज़दूरों से भाजपा सरकार द्वारा पैसे लिए जाने की ख़बर बेहद शर्मनाक है. आज साफ़ हो गया है कि पूँजीपतियों का अरबों माफ़ करनेवाली भाजपा अमीरों के साथ है और गरीबों के ख़िलाफ़.
विपत्ति के समय शोषण करना सूदखोरों का काम होता है, सरकार का नहीं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 3, 2020
दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि अब तो भाजपा के आहत समर्थक भी यह सोच रहे हैं कि अगर समाज के सबसे गरीब तबके से भी घर भेजने के लिए सरकार को पैसे लेने थे तो तरह-तरह के फंड में जो खरबों रुपया तमाम दबाव व भावनात्मक अपील करके डलवाया गया है उसका क्या होगा। अब तो यूपी में आरोग्य सेतु एप से भी 100 रुपया वसूलने की खबर है।
भदोही में कोविड-19 के लिए सरकारी महकमा द्वारा पीएम केयर में सौ सौ रुपए फंड जुटाने को लेकर उन्होंने हमला किया है। प्रियंका गांधी ने ट्वीट के जरिए लिखा था, ”एक सुझाव: जब जनता त्राहिमाम कर रही है। राशन, पानी, नकदी की किल्लत है और सरकारी महकमा सबसे सौ-सौ रुपए पीएम केयर के लिए वसूल रहा है। तब हर नजरिए से उचित रहेगा कि पीएम केयर की सरकारी ऑडिट भी हो?