ओडिशा में सड़कों पर टूटकर गिर रहे पेड़
ओडिशा में तेज हवाओं की वजह से पेड़ टूटकर सड़कों पर गिर रहे हैं। फायर सर्विसेज टीम वाहनों की आवाजाही, आवश्यक वस्तुओं, और आपातकालीन सेवा कर्मियों की सुविधा के लिए भद्रक में आर एंड बी कार्यालय के पास सड़क पर गिरे पेड़ों को हटा रही है।

ओडिशा में अम्फान तूफान की वजह से खतरनाक तेज हवाएं चल रही हैं। भारती मौसम विभाग के अनुसार ओडिशा के पारादीप में 82 किमी प्रति घंटा की तेज गति से हवा चल रही है और बारिश 11.0 मिमी/ घंटा दर्ज की गई है। जबकि कुल बारिश 144.1 मिलीमीटर दर्ज की गई, मौसम विभाग ने बताया कि पारादीप में 102 किमी, चंदबली में 74 किमी, भुवनेश्वर में 37 किमी, बालासोर में 61 किमी और पुरी में 41 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। चक्रवाती तूफान के मद्देनजर ओडिशा में अब तक 1704 आश्रय शिविर लगाए गए हैं और 119075 लोगों को निकाला गया है।

ओडिशा के भद्रक में बारिश और तेज हवाएं शुरू
ओडिशा के भद्रक में भी अम्फान ने दस्तक दे दी है। यहां बारिश और तेज हवाएं चलनी शुरू हो गईं हैं। आज  यह बंगाल के तट से टकराएगा।

आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम में तेज हवाएं चलनी शुरू, स्थानीय घरों में घुसा पानी
आंध्रप्रदेश के विशाखापत्तनम में महाचक्रवात ‘अम्फान’ ने अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है। समुद्र तट पर तेज हवाएं चल रही हैं। कई स्थानीय घरों में पानी घुसने की भी खबर आ रही है।

बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी पर है महाचक्रवाती तूफान: मौसम विभाग
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि महाचक्रवाती तूफान अम्फान आज सुबह 6:30 बजे से बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी पर एक बेहद भयंकर चक्रवाती तूफान के रूप में केंद्रित है, जो पारादीप से लगभग 125 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में है।

अम्फान चक्रवात के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 19 टीमों को तैनात किया गया है। दक्षिण-24 परगना में 6 टीमें, पूर्वी मिदनापुर और कोलकाता में 4 टीमें, उत्तर-24 परगना में 3 टीमें, हुगली और हावड़ा में 1 टीम तैनात किया गया है। एनडीआरएफ के दूसरे बटालियन के कमांडेंट निशित उपाध्याय ने यह जानकारी दी।

चक्रवाती तूफान अम्फान सुपर साइक्लोन से बेहद गंभीर तूफान में बदलते हुए बुधवार को दोपहर से शाम के बीच पश्चिम बंगाल के दीघा तट से टकराएगा। इस दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी और तेज बारिश होगी। भारी तबाही की आशंका के बीच पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों से तीन लाख लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।

मौसम विभाग ने कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में हुई एनसीएमसी की बैठक में बताया कि तूफान से सबसे भारी तबाही पश्चिम बंगाल और ओडिशा के छह जिलों में होगी। मंगलवार को यह तूफान ओडिशा तट के करीब पहुंच गया और कई इलाकों में बारिश शुरू हो गई। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिम बंगाल में पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिणी एवं उत्तरी 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता पर सबसे बुरा असर होगा।

वहीं ओडिशा के केंद्रपारा, भदरक, बालासोर, मयूरभंज, जयपुर और जगतसिंहपुर जिले में सबसे ज्यादा नुकसान होगा। इस दौरान ओडिशा के मुख्य सचिव और पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने एनसीएमसी को अपनी तैयारियों का ब्योरा दिया। तटीय इलाकों से लोगों को निकाल लिया गया है।

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