केरल में एक और हाथी की मौत हो गई है। हाथी की मौत के पीछे उसका चोटिल होना बताया जा रहा है। चोटिल हाथी को केरल के नॉर्थ निलाम्बुर जिले के फॉरेस्ट रेंज से रेस्क्यू किया गया था। पशु चिकित्सकों की टीम चोटिल हाथी को बचाने में जुटी थी लेकिन सफलता नहीं मिली और सोमवार को हाथी ने दम तोड़ दिया। हाथी के मरने के बाद शव का पोस्टमार्टम कर जला दिया गया।

एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि हाथी का पिछले पांच दिनों से इलाज चल रहा था। अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र के लोगों ने जब घायल हाथी को देखा तो वन विभाग के अधिकारियों को सूचित किया। अधिकारियों ने निरीक्षण किया तो पता चला कि हाथी चोटिल है। अधिकारी ने कहा कि हो सकता है कि अन्य हाथियों के साथ लड़ाई के दौरान हाथी को चोट लगी हो। ट्रेंक्यूलाइज होने के बाद उनका इलाज किया जा रहा था।

अधिकारी ने कहा कि हाथी की स्थिति को देखते हुए उसके इलाज के लिए वायनाड से पशु चिकित्सकों की एक विशेष टीम को बुलाया गया था, लेकिन हाथी को बचाया नहीं जा सका। वन अधिकारियों पोस्टमार्टम किए जाने के बाद हाथी के शव को जला दिया गया।

बता दें कि पखवाड़े भर में हाथी के मौत का यह दूसरा मामला सामने आया है। इससे पहले 27 मई को केरल पलक्कड़ जिले में एक पटाखों से भरे फल खाने के बाद एक गर्भवती हथिनी की मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम में पता चला कि हथिनी के निचले जबड़े में चोट लगा हुआ था। घटना को लेकर केरल के वन मंत्री के राजू ने पांच जून को कहा कि इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। घटना की जांच अभी भी जारी है।

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