राजस्थान में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार सुबह 26 नए पॉजिटिव केस आए। इनमें 12 बांसवाड़ा के हैं। यह सभी पहले संक्रमित पाए गए व्यक्ति के संपर्क में थे। वहीं, जैसलेमेर में 8 संक्रमित मिले हैं। इनके अलावा झालावाड़ में 3, जबकि अलवर, भरतपुर और कोटा में 1-1 केस सामने आया है। इसके साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 489 हो गई। संक्रमण की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं और बांसवाड़ा समेत अन्य जिलों में भीलवाड़ा मॉडल लागू करने का निर्देश दिया है। वहीं, अजमेर में जिला प्रशासन ने जरूरतमंदों को अनाज या भोजन बांटते समय फोटो-सेल्फी लेने पर रोक लगा दी है।

  • भीलवाड़ा कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने राज्य  सरकार के किसी सरकारी आदेश का इंतजार किए बगैर ही जिले को 20 चेकपोस्ट बनाकर सील कर दिया। राशन सामग्री की सप्लाई सरकारी स्तर पर करने और जिले के हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग का फैसला किया।
  • शहर में संक्रमण बांगड़ हाॅस्पिटल के डॉक्टर से फैला, इसलिए सबसे पहले यह पता किया कि यहां कहां-कहां से मरीज आए। सूची निकलवाई ताे पता चला कि 4 राज्यों के 36 और राजस्थान के 15 जिलाें के 498 मरीज थे। इन सभी जिलाें के कलेक्टर काे इन मरीजों की सूचना देकर स्क्रीनिंग करवाई गई।
  • 6 पाॅजिटिव केस मिलते ही भीलवाड़ा में कर्फ्यू लगा दिया, ताकि लोग घरों में रहें। बांगड़ अस्पताल में आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग शुरू की गई।
  • 6 हजार टीमें बनाकर 25 लाख लोगों की स्क्रीनिंग शुरू करा दी गई। करीब 18 हजार लोग सर्दी-जुखाम से पीड़ित मिले। 1 हजार 215 लाेगाें काे हाेम क्वारैंटाइन कर वहां कर्मचारी तैनात किए गए। करीब एक हजार संदिग्धों काे 20 हाेटलों में क्वारैंटाइन किया गया। शहर के 55 वार्डाें में 2-2 बार सैनिटाइजेशन करवाया गया, ताकि संक्रमण न फैले।
  • लाेगाें काे परेशानी नहीं हाे, इसलिए सहकारी उपभाेक्ता भंडार से खाने-पीने के सामान की सप्लाई शुरू की गई। राेडवेज की बसें बंद करवा दी गईं। दूध सप्लाई के लिए डेयरी काे सुबह सिर्फ 2 घंटे खाेला गया। हर वार्ड में हाेम डिलीवरी के लिए किराने की 2-3 दुकानाें काे लाइसेंस दिए गए। कृषि मंडी काे सब्जियां और फल सप्लाई करने की जिम्मेदारी दी गई।

गुरुवार को राज्य में 80 नए संक्रमित मिले। इनमें से जयपुर में 39, जैसलमेर में 9 (4 ईरान से आए) और जोधपुर में 5 (2 ईरान से आए) मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। वहीं, झालावाड़, झुंझुनं और टोंक में 7-7 पॉजिटिव मिले। कोटा, बांसवाड़ा में 2-2, जबकि भीलवाड़ा और बाड़मेर में 1-1 केस मिला। गुरुवार को संक्रमण से 2 मौत हुईं। जोधपुर में बुधवार देर रात 77 साल के बुजुर्ग ने दम तोड़ा।  गुरुवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसी रात जयपुर के रामगंज की रहने वाली 65 साल की संक्रमित महिला की एसएमएस अस्पताल में मौत हो गई। राज्य में संक्रमण से अब तक 8 लोगों की जान जा चुकी है।

भीलवाड़ा के बापूनगर में गुरुवार शाम को एक व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। करीब 11 दिन में यहां संक्रमण का यह दूसरा मरीज मिला है। इस केस ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी, क्योंकि शहर का यह पहला संक्रमित है जिसका शहर के बांगड़ अस्पताल से कोई संबंध नहीं है। यह अस्पताल यहां कोरोना का मुख्य केंद्र रहा है। शहर में पहले मिले 27 मरीज इस अस्पताल में आकर ही संक्रमित हुए थे।

राजस्थान के 33 में से 24 जिलों में कोरोना के केस मिल चुके हैं। सबसे ज्यादा 170 पॉजिटिव जयपुर में हैं। जोधपुर 72 (इसमें 38 ईरान से आए), जैसलमेर में 31 (इसमें 4 ईरान से आए), झुंझुनूं में 31, भीलवाड़ा में 28, टोंक में 27, बांसवाड़ा में 24, बीकानेर में 20, कोटा में 18, झालावाड़ में 12, चूरू में 11, भरतपुर में 9, अलवर-दौसा में 6-6, डूंगरपुर-अजमेर में 5-5, उदयपुर में 4, प्रतापगढ़-पाली और करौली में 2-2, जबकि बाड़मेर, नागौर, धौलपुर और सीकर में 1-1 संक्रमित मिला है।

राज्य में कोरोना से 8 लोगों की मौत हुई है। इनमें जयपुर में 3, भीलवाड़ा में 2, जबकि बीकानेर-जोधपुर और कोटा में 1-1 व्यक्ति की जान गई है। भीलवाड़ा में पहली मौत 73 साल के व्यक्ति की हुई थी। उन्हें कई गंभीर बीमारियां भी थीं। दूसरी मौत भी भीलवाड़ा में 60 साल के व्यक्ति की हुई। उनकी तबीयत पहले से ही ठीक नहीं थी। तीसरी मौत जयपुर में 85 साल के व्यक्ति की हुई। वे अलवर का रहने वाले थे। उन्हें पहले ब्रेनहैमरेज हो चुका था। चौथी मौत बीकानेर में 60 साल की महिला की हुई। पांचवी मौत जयपुर में 82 साल के बुजुर्ग की हुई। छठी मौत कोटा में 60 साल की महिला की हुई। उन्हें निमोनिया की शिकायत थी। सातवीं मौत जोधपुर में 77 साल के बुजुर्ग की हुई। इसके बाद आठवीं मौत जयपुर के रामगंज में रहने वाली 65 साल की महिला की हुई

लॉकडाउन में प्रशासन की मुस्तैदी और मानवीय पहलू देखने को मिला। यहां किडनी के एक मरीज ने दवा खत्म होने पर पुलिस ने उनकी मदद की। मल्ला तलाई में रहने वाले वकार हुसैन को किडनी की समस्या है। कर्फ्यू के बीच दवा खत्म होने से वे काफी परेशान थे। यह बात एसपी कैलाश चंद्र विश्नोई को पता चली तो उन्होंने पुलिसकर्मियों को उनके घर भेजा और उन्हें दवा उपलब्ध कराई।

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