बिहार विधानसभा के लिए सभी दल अपनी तरफ से पूरा जोर लगाए हैं। चुनावी रणनीति के साथ-साथ नेता अपने उम्मीदवारों का फीडबैक ले रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार सप्ताह भर से रोज पार्टी कार्यालय जा रहे हैं। छह से सात घंटे तक वहीं रूककर नेताओं से विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर चर्चा कर रहे हैं। सोमवार को तो नीतीश कुमार पार्टी दफ्तर में नौ घंटे तक रूके और कई विधायकों व पार्टी कार्यकर्ताओं से भी मिले।
पार्टी से जुड़े नेता बताते हैं कि नीतीश कुमार खुद एक एक सीट के बारे में जानकारी लेते हैं। सीट बंटवारे पर भी उनकी नजर है। सोमवार को दोपहर 12 बजे ही नीतीश कुमार प्रदेश जदयू मुख्यालय पहुंचे थे। कर्पूरी सभागार स्थित अपने कक्ष में उन्होंने पार्टी के प्रमुख नेताओं संग लगातार विधानसभा चुनाव को लेकर दल की तैयारियों पर चर्चा की। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक चर्चा पूरी तरह राजनीति पर केन्द्रित रही। उन्होंने कई क्षेत्रों में प्रत्याशी और वहां जदयू संगठन की तैयारियों का भी फीडबैक लिया। इस दौरान सांसद विजय मांझी, सांसद गिरिधारी यादव, विधायकों में मेवालाल चौधरी, प्रेमा चौधरी, सुबोध राय, लक्ष्मीकांत मंडल और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने नीतीश कुमार से मुलाकात की।
नीतीश कुमार ने जदयू के जिन कोर नेताओं संग दिनभर राजनीतिक विमर्श और पार्टी की चुनावी तैयारियों पर चर्चा की उनमें विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, राष्ट्रीय संगठन महासचिव आरसीपी सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष व मंत्री अशोक चौधरी और राष्ट्रीय महासचिव संजय झा शामिल थे। उधर, सोमवार को भी पार्टी कार्यालय के पास पूरे दिन टिकट के दावेदारों और नीतीश कुमार के समर्थकों की भीड़ लगी रही। हालांकि पार्टी कार्यालय में उन्हीं कार्यकर्ताओं को प्रवेश मिल रहा था, जिन्हें अंदर से बुलावा आया हो।