सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से शुरू हुआ शिवसेना और बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कंगना द्वारा लगातार शिवसेना के खिलाफ की जा रही बयानबाजी के बीच बीएमसी ने बुधवार को एक्ट्रेस के दफ्तर पर कार्रवाई की थी। बीएमसी ने कंगना के दफ्तर के एक हिस्से को तोड़ दिया। अब शिवसेना ने बीएमसी की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया दी है।
शिवसेना ने मुखपत्र ‘सामना’ के मराठी संस्करण के पहले पेज पर बीएमसी की कार्रवाई के बारे में खबर लिखी है। इस खबर की हेडलाइन है- ‘उखाड़ दिया।’ इसमें कंगना के दफ्तर पर चले बुल्डोर के बारे में जानकारी दी गई है। वहीं, खबर में कंगना रनौत द्वारा मुंबई की पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से तुलना का भी जिक्र है। ‘सामना’ की खबर में कंगना रनौत के दफ्तर पर कोर्ट की रोक के बारे में भी लिखा गया है। इसके अलावा, एनसीपी चीफ शरद पवार की पूरे मामले में टिप्पणी का भी जिक्र है।
दरअसल, ‘सामना’ की हेडलाइन ‘उखाड़ दिया’ को कंगना के उस बयान का भी जवाब कहा जा सकता है, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘उखाड़ो मेरा क्या उखाड़ोगे?’ कंगना ने लिखा था, ‘किसी के बाप का नहीं है महाराष्ट्र, महाराष्ट्र उसी का है जिसने मराठी गौरव को प्रतिष्ठित किया है। और मैं डंके की चोट पे कहती हूं हां मैं मराठा हूं ,उखाड़ो मेरा क्या उखाड़ोगे?’
वहीं, कंगना के दफ्तर पर बुल्डोजर चलने के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि उनका इस कार्रवाई से कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने कहा था कि कभी कंगना रनौत को धमकी दी ही नहीं। मुंबई की तुलना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से करने पर उन्होंने सिर्फ आपत्ति जताई थी। संजय राउत ने कहा, ‘कंगना, मुंबई में रह सकती हैं। मेरा बीएमसी की कार्रवाई में कोई लेनादेना नहीं है। मैंने कभी कंगना रनौत को धमकी नहीं दी। मैंने सिर्फ अपना गुस्सा जाहिर किया, वह भी उनके द्वारा दिए गए बयान पर। बीएमसी ने जो किया उसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं। मेरे लिए विवाद खत्म हो चुका है।’