लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान के तीखे तेवर के बाद बिहार NDA में मची खलबली लगातार तेज होती जा रही है. इस संकट से निपटने में लगी बीजेपी ने अपने नेताओं को नीतीश कुमार से मिलने भेजा. बिहार बीजेपी के प्रभारी भूपेंद्र यादव और प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पहुंचे और बंद कमरे में लंबी गुफ्तगूं की.

सीएम आवास से मिल रही जानकारी के मुताबिक भूपेंद्र यादव और संजय जायसवाल आज देर शाम नीतीश कुमार के आवास पर पहुंचे. दोनों के मिलने का समय पहले से फिक्स था. बंद कमरे में बीजेपी नेताओं और नीतीश कुमार की बातचीत हुई. हालांकि इस बैठक के बाद बीजेपी के नेताओं ने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया.

चिराग पासवान के तीखे तेवर से मची है खलबली

जानकार सूत्र बता रहे हैं कि नीतीश कुमार की बीजेपी नेताओं के साथ बैठक में लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान के तीखे तेवर से उत्पन्न हालात पर चर्चा हुई. वैसे भी भूपेंद्र यादव आज अचानक से ही पटना पहुंचे थे. पार्टी का ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं था जिसमें भूपेंद्र यादव को शामिल होना था. कल शाम बिहार बीजेपी को खबर मिली थी कि भूपेंद्र यादव पटना आ रहे हैं. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक भूपेंद्र यादव के पटना आने का मकसद सिर्फ नीतीश कुमार से मिलना था.

दरअसल रविवार को भूपेंद्र यादव ने दिल्ली में चिराग पासवान से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान चिराग पासवान ने सीटों के बंटवारे पर बात करने से भी इंकार कर दिया था. चिराग ने साफ कर दिया था कि वे चाहते हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के एजेंडे में LJP के बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट एजेंडे को भी शामिल किया जाना चाहिये. अगर बिहार में एनडीए की तीन पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी तो NDA के एजेंडा किसी एक व्यक्ति या पार्टी का एजेंडा नहीं होना चाहिये. लोक जनशक्ति पार्टी ने जनता के सामने जो बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट का विजन रखा है उसे भी एनडीए के चुनावी एजेंडे में शामिल किया जाये.

सूत्रों की मानें तो भूपेंद्र यादव से बातचीत में चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के रवैये को लेकर खासी नाराजगी जाहिर की थी. चिराग ने कहा था कि गठबंधन की पार्टी होने के बावजूद नीतीश कुमार लोक जनशक्ति पार्टी को कोई तवज्जो नहीं दे रहे हैं. नीतीश कुमार की ओर से बार-बार ऐसा मैसेज दिया जा रहा है जिससे लग रहा है कि लोक जनशक्ति पार्टी सत्तारूढ गठबंधन का हिस्सा ही नहीं हो. जानकार बता रहे हैं कि चिराग की इसी नाराजगी की जानकारी देने भूपेंद्र यादव नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे.

एनडीए का खेल बिगाड़ सकते हैं चिराग पासवान

सियासी जानकार जानते हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग ने अगर पलटी मारी तो एनडीए का खेल बिगड सकता है. वोटरों का एक आक्रामक वर्ग चिराग पासवान और लोक जनशक्ति पार्टी के साथ जुड़ा है. अगर ये वोट बैंक एनडीए से बिदक कर विपक्षी खेमे में गया तो सारा खेल बिगड़ सकता है. विधानसभा चुनाव में ऐसी ढेर सारी सीटें होती हैं जिनमें जीत-हार का अंतर बेहद कम होता है. ऐसी सीटों पर एनडीए को भारी नुकसान सहना पड़ सकता है.

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