पूरे बिहार में फिर से लॉकडाउन हो सकता है। राज्य सरकार इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रही है। इस पर मंगलवार को फैसला लिया जाएगा। लॉकडाउन 31 जुलाई तक हो सकता है।

संक्रमण की चेन को तोड़ने व प्रसार रोकने की कवायद

मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सोमवार को कहा कि पूरे राज्य में लॉकडाउन लगाने पर मंगलवार को निर्णय लिया जाएगा। गौरतलब हो कि राज्य में पटना समेत कई जिलों में लागू लॉकडाउन को और व्यापक रूप दिए जाने की सरकार की तैयारी है, ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ने के साथ ही इसके प्रसार को भी रोका जा सके। ज्ञात हो कि बिहार समेत पूरे देश में 24 मार्च की रात से 31 मई तक पूर्ण लॉकडाउन रहा। इसके बाद जून में अनलॉक-1 और फिर जुलाई में अनलॉक-2 लागू हुआ है। ।

जिला न्यायालयों में एक सप्ताह तक किसी को प्रवेश नहीं
राज्य के सभी जिला न्यायालयों में एक सप्ताह तक कोई भी प्रवेश नहीं करेगा। सभी न्यायिक कार्य वीडियो कान्फ्र्रेंंसग से होंगे। चाहे किसी को रिमांड करना हो या रिलीज करना हो। सभी न्यायिक अधिकारी अपने आवास से ही न्यायिक कार्य करेंगे। इस आशय का निर्देश पटना हाइकोर्ट के महानिबंधक ने सूबे के सभी जिला जज को दिया है।

कटिहार जिले में आज से 20 तक लॉकडाउन की घोषणा
कटिहार/लखीसराय। कहिटार जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के कारण जिलाधिकारी कंवल तनुज ने 14 से 20 जुलाई तक लॉकडाउन की घोषणा की है। लखीसराय में सोमवार से लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। अगले एक सप्ताह 19 जुलाई तक जिले के विभिन्न हिस्सों में लॉकडाउन जारी रहेगा।

बढ़ रही संक्रमितों की संख्या
दरअसल बीते एक हफ्ते में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ने के कारण इस मसले पर विचार किया जा रहा है। हालांकि जांच का दायरा बढ़ने और अधिक संख्या में जांच होने के कारण भी संक्रमितों की संख्या बढ़ी है। अभी छिटपुट रूप से कई जिलों में स्थानीय प्रशासन ने लॉकडाउन दो से सात दिनों के लिए लागू किया है। पटना में 16 जुलाई तक लॉकडाउन है।

स्वस्थ होने की दर राष्ट्रीय औसत से ज्यादा
पिछले दो दिनों से राज्य में रोज एक हजार से अधिक कोरोना संक्रमित राज्य में मिले हैं। हालांकि बिहार में कोरोना संक्रमितों के ठीक होने की दर अभी 71 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत से काफी अच्छी है। वहीं, 12,364 कोरोना के मरीज ठीक होकर घर भी चले गए हैं। इसके बावजूद सरकार एहतियातन पूरे राज्य में लॉकडाउन पर विचार कर रही है।