चीन सीमा तक पहुंची सड़क

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कैलाश मानसरोवर के लिए लिंक रोड का उद्घाटन किया। इस अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भी उपस्थित थे।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा तक रोड कनेकक्टिविटी को बड़ी उपलब्धि बताया। कहा कि सड़क का राष्ट्र के निर्माण में अहम योगदान होता है। बीआरओ की सराहना की और कहा कि लिपुलेख तक सड़क बनने से कैलाश यात्रा सुगम होगी। स्थानीय लोगों को भी सड़क सुविधा मिलेगी।

भारत चीन व्य्यापार को गति मिलेगी। विकास को बल मिलेगा। इस दौरान उन्होंने सड़क निर्माण में जान गवाने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी और परिवारों के प्रति संवेदना जताई। फ्लैग आफ करने के बाद बीआरओ के वाहन गुंजी के लिए रवाना हुए।

सेना और अर्द्ध सैनिक बल की गाड़ियां के संचालन की अनुमति होगी
तवाघाट से लिपुलेख तक सड़क बनने से सीमा सुरक्षा तंत्र भी मजबूत होगा। तवाघाट से लिपुलेख तक कुल 95 किमी. लंबी सड़क की कटिंग कार्य को पूरा कर लिया गया है। चीन सीमा के निकट शेष तीन किमी. की कटिंग का काम सुरक्षा की दृष्टि से अभी छोड़ दिया गया है। चीन सीमा तक सड़क की कुल लंबाई 95 किमी. होगी।

शनिवार से सेना और अर्द्ध सैनिक बल की गाड़ियों को संचालन की अनुमति होगी। आम लोगों के वाहनों को कुछ दिनों बाद अनुमति दी जा सकती है। सड़क के बनने से कैलाश मानसरोवर यात्रा, छोटा कैलाश यात्रा सहित माइग्रेशन पर जाने वाले लोगों के लिए राह आसान होगी।

इसके अलावा सामरिक महत्व की दृष्टि से भी सड़क का निर्माण महत्वपूर्ण है। सेना और अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी आवाजाही में सुविधा मिलेगी।

 

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