रूसी दूतावास के उप प्रमुख बोले- भारत-रूस के बीच अटूट हैं संबंध, ब्रह्मोस के निर्यात के लिए अन्य देशों से चर्चा जारी

भारत के साथ रूस का रक्षा सहयोग किसी भी प्रतिबंध के लिए प्रतिरक्षा है। रूस-भारत संबंध बड़े आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहे हैं। रूस अमेरिका और अन्य देशों के साथ भारत के संबंधों को करीब से देख रहा है। ये बातें भारत में रूसी दूतावास के उप प्रमुख रोमन बबुस्किन ने कही है। उन्होंने कहा कि भारत के अन्य संबंध रूसी हित की कीमत पर नहीं हैं। हमें भारत के साथ दोस्ती की विश्वसनीयता पर कोई संदेह नहीं है।

रोमन बाबुश्किन ने कहा कि ब्रह्मोस के निर्यात पर उन्होंने कहा कि हम एक तीसरे राष्ट्र के साथ सहयोग के बारे में बात कर रहे हैं। इसके लिए अधिक परामर्श की आवश्यकता है और इसमें समय लगेगा। हम न केवल दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं, बल्कि फिलीपींस जैसे देश से भी चर्चा जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें सभी बारीकियों को ध्यान में रखना चाहिए। रक्षा सहयोग रणनीतिक साझेदारी और आपसी विश्वास में होता है।

एससीओ में उठाए गए द्विपक्षीय मुद्दों पर उन्होंने कहा कि हमने सभी सदस्यों से कहा कि बहुपक्षीय मंचों की प्रगति के लिए इसे टाला जाना चाहिए। SCO वैश्विक, बहुपक्षीय, वित्तीय मुद्दों को हल करने के लिए है। हमें उम्मीद है कि ऐसी घटनाएं नहीं होंगी।

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