सर्दियों में बहुत से लोगों को टॉयलेट ज्यादा आता है। खासकर कुछ लोगों को रात के समय बार-बार टॉयलेट की समस्या होती है। ऐसे में कई लोग पानी पीना छोड़ देते हैं, जिससे कि उन्हें बार-बार टॉयलेट न जाना पड़े लेकिन टॉयलेट से बचने की यह वजह आपकी सेहत पर भारी पड़ सकती है। ऐसा करने से न सिर्फ आपके पेट में इंफेक्शन हो सकता है बल्कि इससे आपके प्राइवेट पार्ट में भी खुजली या सूजन आ सकती है।
सर्दियों में क्यों आता है बार-बार टॉयलेट
बार-बार टॉयलेट करने से डायरेसिस जैसी समस्या हो सकती है, यह दिक्कत तब ज्यादा बढ़ जाती है जब शरीर का तापमान कम हो जाता है इसलिए इस कंडीशन में इसे कंट्रोल करना बहुत जरूरी है। डायरेसिस से निजात पाने के लिए बॉडी को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। बीच-बीच में पेय पदार्थों को सेवन करने से भी इसे कंट्रोल किया जा सकता है। ऐसे यह बात कभी न सोचें कि कम पानी पीने से आप टॉयलेट जाने से बच जाएंगे बल्कि इससे आपको डायरेसिस जैसी समस्या हो सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, 30 साल की उम्र के बाद लोगों में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। उम्र के इस पड़ाव के बाद तीन में से एक इंसान बीच रात में पेशाब करने उठता है। इसके अलावा 65 साल की आयु के बाद तीन में हर दूसरे व्यक्ति को बीच रात में टॉयलेट जाने के लिए नींद तोड़नी पड़ती है।रात बीच में पेशाब आने के इस रोग को डॉक्टर्स की भाषा में नोक्टुरिया कहा जाता है।
क्या है इसका इलाज
जब ज्यादा पेशाब होता है, तो अक्सर हमारी किडनी को ज्यादा काम करना पड़ता है। इस वजह से पेशाब की मात्रा भी बढ़ जाता है और बार-बार यूरिन आता है। भीतरी तौर पर शरीर का गर्म होना इसलिए भी जरूरी है। हमारे शरीर को आदत होती है, गर्मी में 36-37 डिग्री सेल्सियस तापमान में रहने की, लेकिन सर्दी के मौसम में शरीर कापंने लगता है और हमारी ब्लड वेसल्स कमजोर हो जाती हैं। ये ब्लड फ्लो सीधा किडनी पर असर करती है। ऐसे में आप शरीर को हाइड्रेड रखने के अलावा गर्म चीजें खाकर भी पेशाब को कंट्रोल कर सकते हैं लेकिन टॉयलेट को रोकना किसी भी तरह से सही नहीं है। आप शरीर को गर्म रखने के साथ गर्म पानी या गुनगुना पानी पी सकते हैं, जिससे कि आपके शरीर में पानी की पूर्ति भी होते रहे और आपको रात के वक्त बार-बार टॉयलेट भी न जाना पड़े।