कक्षा आठ के 13 वर्षीय छात्र ने स्कूल के प्रधानाचार्य से पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी। फिरौती की रकम के लिए यह छात्र इस कदर उतावला था कि वह प्रधानाचार्य के फोन पर लगातार बात कर रहा था। उसे न तो पुलिस का डर था और न इस बात का डर था कि वह पकड़ा जाएगा। पांच लाख रुपये की डिमांड करने वाला छात्र बातचीत के दौरान 90 हजार रुपये लेने पर राजी हो गया। इससे पहले वह सफल होता पुलिस की सर्विलांस टीम और बरनाहल पुलिस ने मिलकर उसे पकड़ लिया। 13 साल के बालक की इस हरकत से लोग ही नहीं बल्कि पुलिस भी हैरान है।

मामला यूपी के मैनपुरी जिले के बरनाहल स्थित वर्णी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य बृजकिशोर शर्मा से जुड़ा है। शाम 4 बजे प्रधानाचार्य के मोबाइल पर एक युवक का कॉल आया और पांच पेटी यानि पांच लाख रुपये की डिमांड की। प्रधानाचार्य ने नाम-पता पूछा तो युवक धमकी देने लगा। युवक ने सुबह 9 बजे तक का वक्त दिया, इससे पूर्व उसने रात 10 बजे और रात 12 बजे भी फिरौती के कॉल किए। पुलिस से शिकायत करने पर पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दी। प्रधानाचार्य ने शाम को ही थाना प्रभारी सुरेशचंद्र शर्मा को घटना की तहरीर दी। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 387 के तहत मुकदमा दर्ज कर फिरौती मांगने वाले की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने बाद में सर्विलांस सेल की मदद से फिरौती मांगने वाले कक्षा आठ के छात्र को पकड़ लिया। उससे दो मोबाइल, चार सिम बरामद की गईं।

मोबाइल डिटेल हाथ में आते ही पकड़ा गया आरोपी छात्र 
कक्षा आठ के छात्र द्वारा प्रधानाचार्य से पांच लाख की फिरौती मांगी गई, यह खुलासा होने के बाद लोग हैरान हैं। कक्षा आठ का छात्र इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने का हौंसला कहां से लाया इसको लेकर भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। रविवार की शाम 4 बजे फिरौती का कॉल आने के बाद पुलिस की नींद उड़ गई थी। बरनाहल पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए रातभर प्लानिंग की। सोमवार की सुबह 10 बजे तक पुलिस के पास फिरौती मांगने वाले के मोबाइल का रिपोर्ट कार्ड पहुंच गया था। इसके बाद इस आरोपी को पकड़ने में आसानी हुई।

वर्णी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य बृजकिशोर शर्मा स्कूल के पास ही आवास बनाकर रहते हैं। उनके मोबाइल पर पांच लाख रुपये की फिरौती आई तो पूरा परिवार परेशान हो गया। फिरौती मांगने वाला बेहद शातिर था और उसने प्रधानाचार्य को चार बार कॉल किया और हर बार अलग-अलग नंबर से बात कर रहा था। थाना प्रभारी सुरेशचंद्र शर्मा ने शातिर को पकड़ने के लिए रविवार की रात प्रधानाचार्य के घर सादा वर्दी में सिपाही तैनात करा दिए। उन्होंने उप निरीक्षक केके लोधी के साथ दो सिपाहियों की एक टीम बनाई और एक टीम लेकर थाना प्रभारी सादा वर्दी में कस्बा में सक्रिय हो गए। कस्बा के सभी प्रवेश मार्गों को सील करा दिया गया। रातभर थाना प्रभारी और पुलिस सादा वर्दी में फिरौती मांगने वाले की तलाश में जुटे रहे लेकिन सफलता नहीं मिली।

सुबह 9 बजे बैग में रुपये लेकर आने को कहा 
सोमवार को सुबह 9 बजे के करीब इस युवक ने प्रधानाचार्य को फिर कॉल किया और रुपये बैग में रखकर स्कूल के पीछे वाली गली में लेकर आने को कहा। प्रधानाचार्य ने बैग में कागज के टुकड़े रखकर बैग गली में फेंक दिया लेकिन इस बैग को उठाने कोई नहीं आया तो पुलिस बैग को उठाकर ले आई। अब समस्या और बढ़ गई थी। इस बीच सर्विलांस सेल ने युवक के फोन नंबर को ट्रेस कर लिया। यह फोन एक इंटर कॉलेज के शिक्षक का निकला। थाना प्रभारी ने फोन पर बात की तो शिक्षक थाने पहुंच गए और कुछ ही देर में उनके 13 वर्षीय नाबालिग पुत्र को पकड़ लिया गया।

किशोर के मां-बाप से हो चुकी है 53 लाख की ठगी 
थाने लाए गए इस पुत्र से पुलिस ने पूछताछ की तो घटना का खुलासा होते देर न लगी। उसने स्वीकार किया कि उसने प्रधानाचार्य को कॉल कर पांच पेटी यानि पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। जानकारी मिलते ही प्रधानाचार्य और उनके परिवारीजन भी थाने पहुंच गए। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी का पिता एक कॉलेज में और उसकी मां परिषदीय स्कूल में टीचर है। पिछले वर्ष इन दोनों से 53 लाख रुपये की ऑनलाइन ठगी हो गई थी। इसकी जांच साइबर सेल आगरा से चल रही है। इनका 13 वर्षीय पुत्र घिरोर के एक स्कूल में कक्षा आठ का छात्र है। मोबाइल पर उसने फिरौती वसूलने की प्लानिंग की थी। पुलिस ने मामला पहले ही दर्ज कर लिया था। पकड़े गए इस छात्र को बाल सुधार गृह भेजा जाएगा।

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