भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने साफ किया है कि वे अपने योनो प्लेटफॉर्म के जरिए किसी तरह का आपातकालीन कर्ज नहीं दे रहे हैं। बैंक ने उन रिपोर्ट्स को गलत बताया जिनके मुताबिक योनो 45 मिनट में 5 लाख रुपये तक का कर्ज 10.5 फीसदी ब्याज पर दे रहा है और जिसकी किस्त छह माह बाद शुरू होगी।
बैंक ने कहा कि, योनो के माध्यम से एसबीआई इमरजेंसी लोन योजना के बारे में व्यापक रूप से खबरें चल रही हैं। हम स्पष्ट करना चाहेंगे कि एसबीआई इस तरह का कोई कर्ज नहीं दे रहा है।
बैंक ने अपने ग्राहकों से भी इन अफवाहों पर विश्वास न करने का आग्रह किया है। एसबीआई ने कहा है कि वह अपने उन वेतनभोगी ग्राहकों को राहत देने के लिए योनो के माध्यम से एक पूर्व-अनुमोदित व्यक्तिगत ऋण की पेशकश शुरू करने की प्रक्रिया में है, जो कोरोना वायरस महामारी से उत्पन्न संकट के कारण नकदी की कमी की समस्याओं का सामना कर रहे हैं।
क्या है योनो ?
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एसबीआई के योनो (यू ओन्ली नीड वन) डिजिटल प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया था। यह ओमनी चैनल डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो फाइनेंशियल सर्विस के साथ ही लाइफस्टाइल प्रोडक्ट और सर्विस भी उपलब्ध कराता है। इसके जरिए कुछ ही मिनटों में डिजिटली एसबीआई बैंक खाता खोला जा सकता है और चार क्लिक में फंड ट्रांसफर की सुविधा भी मिलती है।