नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, सबसे ज्यादा थी रोहतक में सप्लाई 

यमुनानगर।  कुछ समय पहले हरियाणा अंबाला जिले के एक गांव से एसआईटी की टीम द्वारा नकली शराब का जखीरा पकड़ा गया था और अब यमुनानगर जिले के जगाधरी में पुलिस ने छापेमारी कर नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। सबसे बड़ी बात ये है कि ये नकली शराब दक्षिण हरियाणा के लगभग सभी जिलों में भेजी जा रही थी। जांच में पुलिस ने पाया है कि इस नकली शराब का सबसे बड़ा खरीददार है रोहतक जिला।

बाहर से बंद दिख रहे गेट के अंदर जब पुलिस पहुंची तो अंदर नकली शराब फैक्ट्री देख सब दंग रह गए। फैक्ट्री में हजारों खाली बोतले, शराब बनाने से लेकर लेबल चिपकाने तक कि मशीनरी उपलब्ध थी। यहां केमिकल्स के साथ शराब बनाई जाती थी और अंदर ही पूरी पेकिंग कर कवर की हुई गाड़ियों में भेजी जाती थी। जिससे की पता ही न चले कि अंदर से बाहर क्या जा रहा है। लेकिन कल की छापेमारी में सब कुछ साफ हो गया कि कैसे नकली शराब बनाने का खेल चल रहा था।

इस बारे जानकारी देते हुए एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि रादौर में 11 सितंबर को 690 पेटी नकली शराब की पकड़ी गई थी। उस केस में काफी समय से जो मुख्य आरोपी है, पानीपत का उसकी तलाश में थे। कल हमने उसको गिरफ्तार किया। जैसा उसने पुलिस को बताया नकली शराब का निर्माण यमुनानगर में ही हो रहा था। उसी आधार पर हमने रेड की, जहां अवैध शराब की फैक्ट्री मिली। फैक्ट्री में काफी संख्या में खाली शराब की बोतल, शराब बनाने की मशीनरी, केमिकल शराब, कंपनियों के लेबल, होलोग्राम इस तरह का काफी सामान मिला।

उन्होंने कहा कि इसमें कुल मिलाकर अभी तक 17 गिरफ्तारियां हो चुकी है। हमारा पूरा प्रयास है कि मुख्यारोपी को रिमांड पर लेकर बारीकी से पूछताछ करें। जिसकी भी संलिप्तता इस मामले में पाई जाएगी उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अभी तक कि पूछताछ में इसने बताया कि इसी साल 22 अगस्त के आस पास यह फैक्ट्री शुरू हुई थी।

इसकी ज्यादा सप्लाई रोहतक में थी। वहीं कुछ दिन पहले जो नकली शराब का ट्रक रादौर में पकड़ा गया था, वह भी यहीं का बना हुआ था। उसी मामले की जांच में ये खुलासा हुआ, हमने पानीपत के विकास को गिरफ्तार किया। एसपी ने कहा कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां होंगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here