कोरोना संकट में इकोनॉमी को रफ्तार देने के लिए सरकार ने 20 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को राहत पैकेज का ब्यौरा जनता के सामने रखा था. सरकार ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग से जुड़े लोगों को राहत देने की कोशिश की.
इसके अलावा रियल एस्टेट, पावर सेक्टर और नॉन बैंकिंग कंपनियों के लिए भी कई खास ऐलान किए गए. ऐसा लग रहा है कि सरकार की ओर से किए गए इस ऐलान से भारतीय शेयर बाजार खुश नहीं है. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 600 अंक से अधिक लुढ़क कर 31 हजार 400 अंक के नीचे आ गया तो वहीं निफ्टी करीब 150 अंक लुढ़क कर 9200 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था.
निवेशकों को उम्मीद थी कि सीधे तौर पर फायदा पहुंचाया जाएगा. लेकिन पहले राहत पैकेज से ऐसा लगने लगा है कि कारोबार जगत को सीधे तौर पर राहत नहीं मिलने वाली है.
इससे पहले बुधवार को शेयर बाजारों में गिरावट का सिलसिला थम गया और सेंसेक्स 637 अंक की छलांग के साथ 32,000 अंक के पार निकल गया.दिन में कारोबार के दौरान बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स एक समय 1,474.36 अंक ऊंचा चला गया था. हालांकि, बाद में मुनाफावसूली हुई और अंत में यह 637.49 अंक या 2.03 प्रतिशत की तेजी के साथ 32,008.61 अंक पर बंद हुआ.
इसी तरह निफ्टी 187 अंक या 2.03 प्रतिशत की बढ़त के साथ 9,383.55 पर बंद हुआ. दरअसल, मंगलवार को रात 8 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस की मार से प्रभावित अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए कुल 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया. यही वजह है कि बुधवार को इतनी बड़ी तेजी देखी गई.
सेंसेक्स की कंपनियों में एक्सिस बैंक का शेयर सबसे अधिक 7.02 प्रतिशत चढ़ा. इसके अलावा अल्ट्राटेक सीमेंट, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, एमएंडएम और बजाज फाइनेंस में भी तेजी रही. दूसरी ओर नेस्ले इंडिया, सन फार्मा, हिंदुस्तान यूनिलीवर और भारती एयरटेल 5.38 प्रतिशत तक के नुकसान के साथ बंद हुए.
वहीं मंगलवार को सेंसेक्स में 190 अंक की गिरावट रही और यह 31,371.12 अंक पर रहा. निफ्टी की बात करें तो 42 अंक लुढ़क कर 9,196.55 अंक पर बंद हुआ.
सोमवार की बात करें तो सेंसेक्स 81 अंक की गिरावट के साथ 31,561.22 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह, निफ्टी 12.30 अंक टूटकर 9,239.20 अंक पर रहा.