कानपुर. उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे (Vikas Dubey) को यूपी एसटीएफ ने मार गिराया है. कानपुर के भैंसा कुंड पर मौजूद हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की पत्नी ऋचा अचानक मीडिया कर्मियों पर भड़क गई. इस दौरान ऋचा ने मौके पर मौजूद मीडिया कर्मियों को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए कहा कि वक्त आने पर मैं सबका हिसाब करूंगी. वहीं मीडिया के सामने नहीं आई ऋचा, लेकिन दूर से मीडिया कर्मियों को कोसते हुए कैमरे में कैद हो गई. विकास दुबे का शव का शाम सवा सात बजे भैरव घाट विद्युत शवदाह गृह पहुंचा, जहां पर अंतिम संस्कार किया गया. लेकिन सबसे खास बात थी कि अंतिम संस्कार के दौरान पत्नी, बेटे के आलाव सिर्फ एक निकट के रिश्तेदार मौजूद रहे. वहीं कई थानों की फोर्स मौजूद रही.

विकास दुबे के एनकाउंटर की खबर आने के बाद लखनऊ पुलिस ने गैंगस्‍टर विकास दुबे (Vikas Dubey) की पत्नी ऋचा और नाबालिग बेटे को छोड़ दिया है. कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि ऋचा की कोई भूमिका नहीं मिली है. वहीं वारदात के समय ऋचा मौके पर मौजूद नहीं थी. इसे पहले विकास की पत्नी ऋचा और उसके बेटे को पुलिस को लखनऊ के कृष्णानगर इलाके से पकड़ा गया था. एसएसपी दिनेश कुमार पी ने इसकी पुष्टि की है. उनका कहना है कि ऋचा (विकास दुबे की पत्नी) की कोई भूमिका नही मिली है. वह घटना के वक्त बिकरू में नहीं थी.

हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर (Vikas Dubey Encounter) की खबर जैसे ही ऋचा दुबे को हुई, तो वह फूट-फूट कर रोने लगी. जानकारी के मुताबिक ऋचा को पुलिसकर्मियों ने नहीं बताया कि विकास मुठभेड़ में मारा गया है. लेकिन ऋचा को पुलिसकर्मियों के बर्ताव से अहसास हो गया कि विकास का एनकाउंटर हो गया है. इसके बाद ऋचा फूट-फूटकर रोई. बता दें कि 2 जुलाई की रात विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर हमला किया था. इस हमले में क्षेत्राधिकारी देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे.

इस घटना के बाद विकास दुबे अपने गुर्गों के साथ फरार हो गया था. 9 जुलाई को ही उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर से विकास दुबे को पकड़ लिया गया. उसे कानपुर पुलिस और एसटीएफ की टीम कानपुर ला रही थी, तभी गाड़ी पलट गई और विकास दुबे हथियार छीनकर भागने लगा. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे भी मारा गया है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here