हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के हुरलिंग में दुर्लभ हिमालयन सीरो कैमरे में कैद हुआ है। शनिवार को वन्यप्राणी मंडल स्पीति की टीम ने विलुप्त हिमालयन सीर को अपने कैमरे में कैद किया। इसे देखकर वन्यप्राणी विभाग के अधिकारी और कर्मचारी गदगद हैं। स्थानीय लोग भी इस दुर्लभ प्रजाति को देखकर अचंभित रह गए। वन्यजीव दुर्लभ की अनुसूची एक में शामिल हिमालयन सीरो को इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजरवेशन फॉर नेचर (आईयूसीएन) ने संकटापन्न के नजदीक श्रेणी में शामिल किया है। इस उपलब्धि के लिए मुख्य अरण्यपाल अर्चना ठाकुर ने वन्यप्राणी मंडल स्पीति के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी और इस दुर्लभ प्रजाति के संरक्षण व हुरलिंग क्षेत्र की निगरानी रखने के निर्देश दिए।
बताया कि यह प्रजाति डब्लूपीए 1972 में शामिल प्रजाति है। मुख्य अरण्यपाल वन्यप्राणी अनिल ठाकुर ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों में यह दुर्लभ प्रजाति को ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क और चंबा के कुछ ऊपरी क्षेत्रों में कैमरा ट्रैप के माध्यम से देखा था। इस दुर्गम क्षेत्र में यह प्रजाति साथ में लगती रूपी भावा वन्यप्राणी अभ्यारण्य स्थल से भटककर आई है। कोल्ड डेजर्ट में इस प्रजाति का यह पहला फोटोग्राफिक रिकॉर्ड है। अनिल ठाकुर ने बताया कि इस दुर्लभ प्रजाति की निगरानी वन मंडल अधिकारी वन्यप्राणी मंडल स्पीति हरदेव नेगी और उनकी टीम कर रही है।