बिहार में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. राजधानी पटना के हालत दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं. सरकारी अस्पतालों में अब कोरोना संक्रामितो के लिए बीएड उपलब्ध नहीं है. उन्हें इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. इन्हीं हालातों को देखते हुए राज्य सरकार ने कुछ दिनों पहले प्राइवेट अस्पतालों को भी कोरोना के इलाज के लिए अधिकृत कर दिया था.

अभी-अभीः अब बिहार का हुआ पाटलिपुत्र ...

अब वीरचंद पटेल पथ स्थित होटल पाटलिपुत्र अशोक को भी कोरोना विशेष अस्पताल बनाया जाएगा. अगले दो दिनों में यहां मरीजों को भर्ती कर उपचार की सुविधा उपलब्ध होने लगेगी. इसके अलावा प्रशासन ने तीन अन्य जगहों पर भी कोविड अस्पताल शुरू करने की तैयारी कर रही है. यह निर्णय सोमवार को प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया है.

 

प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल ने स्वास्थ्य अधिकारियो को कोविड-19 की जांच में तेजी लाने के साथ उपचार की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया है, यहां पहले आइसोलेशन सेंटर चल रहा था. कोरोना से बिगड़ते हालत को देखते हुए अब इसे कोरोना अस्पताल के रूप में परिवर्तित करने का निर्णय लिया गया है. इसी प्रकार सगुना मोड़ स्थित एक मैरेज लॉन तथा दानापुर के दो अस्पतालों को विशेष अस्पताल बनाने पर विचार किया जा रहा है. प्रमंडलीय आयुक्त ने बताया कि शहरी पीएचसी के साथ ग्रामीण क्षेत्र के पीएचसी पर भी जांच शुरू हो गई है. सभी एसडीओ और बीडीओ को जांच केंद्रों पर विशेष नजर रखने की हिदायत दी गई है.