Friday, March 29, 2024
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बालिग़ हैं तो मर्ज़ी से कर सकते हैं शादी, धर्म परिवर्तन: हाई कोर्ट

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शादी

कोलकाता हाई कोर्ट ने कहा है कि कोई भी बालिग़ व्यक्ति अपनी मर्ज़ी से अपना जीवनसाथी चुन सकता है, धर्म परिवर्तन कर सकता है और इच्छा न हो तो अपने माता-पिता के पास आने से मना कर सकता है.

टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार जस्टिस संजीब बनर्जी और जस्टिस अरिजीत बनर्जी की खंडपीठ ने सोमवार को कहा कि इस तरह अगर कोई बालिग़ व्यक्ति अपनी इच्छानुसार शादी करता है और अपने पिता के पास वापस लौटने से मना कर देता है तो कोर्ट इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकता.

अख़बार के अनुसार कोर्ट दुर्गापुर में रहने वाले एक व्यक्ति के मामले की सुनवाई कर रही थी. व्यक्ति का कहना था कि उनकी 19 साल की बेटी घर से झूठ बोलकर चली गई है और उसने धर्म बदल कर शादी कर ली है.

व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी का जबरन धर्म परिवर्तन करवाया गया हो सकता है और इस मामले में उससे ज़बर्दस्ती झूठी गवाही दिलवाई गई हो सकती है.

हालांकि पुलिस ने कोर्ट से कहा कि लड़की ने कहा है कि उसने अपनी मर्ज़ी से शादी की है और वो अपने पिता के पास वापस नहीं जाना चाहती.

जम्मू में बीजेपी तो कश्मीर में गुपकर आगे

जम्मू और कश्मीर में जिला विकास परिषद के लिए हुए चुनाव में जहां जम्मू में बीजेपी ने मज़बूती से अपना कदम रखा है जबकि कश्मीर में गुपकर गठबंधन को अधिक सीटें मिली हैं.

जम्मू कश्मीर में संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद से पहली बार यहां जिला विकास परिषद की 280 सीटों के लिए चुनाव हुए.

अख़बार इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक ख़बर के अनुसार बीजेपी 75 सीटों पर या तो आगे है या फिर बढ़त बनाए हुए है. इस चुनाव में बीजेपी जम्मू कश्मीर की अकले सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है. जम्मू के हिंदू बहुल जम्मू, उधमपुर, कठुआ और सांबा में बीजेपी ने स्वीप किया है.

अख़बार लिखता है कि जम्मू में छह जिलों में बीजेपी बहुमत में है जबकि कश्मीर में वो किसी जिले में बहुमत नहीं पा सकी है. वहीं कश्मीर के नौ जिलों में बहुमत हासिल किया है. पांच काउंसिल में किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला, ऐसे में यहां स्वतंत्र उम्मीदवार बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.

वोटों की गिनती बुधवार को भी जारी है.

ब्रिटेन से आने वालों में 20 यात्री कोरोना संक्रमित

मंगलवार को ब्रिटेन से आए कम से कम 20 यात्री कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.

अख़बार जनसत्ता में छपी एक ख़बर के अनुसार कोरोना संक्रमित छह यात्री उस विमान में थे जो सोमवार रात 11.30 को दिल्ली पहुंची थी.

रविवार रात कोलकाता पहुंची उड़ान के दो यात्री संक्रमित पाए गए हैं, मंगलवार को अहमदाबाद पहुंची उड़ान के चार यात्री संक्रमित पाए गए हैं. वहीं अमृतसर पहुंची एक उड़ान से आए सात यात्री और चालक दल के एक सदस्य के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है.

अख़बार कहता है नीति आयोग के सदस्य और कोविड-19 पर प्रधानमंत्री के सलाहकार डॉक्टर वीके पॉल ने कहा है कि इससे घबराने की ज़रूरत नहीं है, लेकिन अधिक सतर्क रहने की ज़रूरत ज़रूर है.

मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में डॉक्टर पॉल ने कहा कि फिलहाल भारत में ब्रिटेन में पाए गए वायरस का पता नहीं लगा है.

बिज़नेस स्टैंडर्ड में छपी एक ख़बर के अनुसार डॉक्टर वीके पॉल ने कहा वायरस के इस नए वेरिएंट का कोई असर भारत में बन रही या किसी और देश में बन रही कोरोना वायरस वैक्सीन पर नहीं पड़ेगा.

अख़बार के अनुसार उन्होंने कहा “ये वायरस 70 फीसदी अधिक संक्रामक है, इन्हें एक तरह का सुपरस्प्रेडर कहा जा सकता है. लेकिन इससे न तो मौत का ख़तरा अधिक है और न ही बीमारी के गंभीर होने का. जिस बात का ख़तरा अधिक है वो है दूसरे को संक्रमित करने की संभावना. अब तक ये वेरिएंट देश में देखा नहीं गया है.”

अख़बार लिखता है कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के सैंकड़ों मामले दर्ज किए जाने के बाद भारत में स्वास्थ्य अधिकारी नवंबर 25 से भारत आए सभी लोगों की स्क्रीनिंग करने की तैयारी कर रही है.

मंगलवार को महामारी के मद्देनज़र सरकार ने ब्रिटेन से आ रहे यात्रियों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं. अब देश आ रहे सभी यात्रियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट करना बाध्यकारी कर दिया गया है.

बिज़नेस स्टैंडर्ड में छपी एक और ख़बर के अनुसार भारत कुछ दिनों के भीतर ऑक्सफर्ड और अस्ट्राज़ेनिका की बनाई कोरोना वैक्सीन को मंज़ूरी दे सकता है.

सूत्रों के हवाले से अख़बार ने लिखा है कि अगले सप्ताह भारत इमर्जेंसी इस्तेमाल के लिए ऑक्सफर्ड की बनाई कोरोना वैक्सीन को इजाज़त दे सकता है.

जनवरी फरवरी में नहीं होंगी बोर्ड की परीक्षाएं

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कहा है कि कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं अगले साल जनवरी और फरवरी में नहीं होंगी.

हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक ख़बर के अनुसार शिक्षा मंत्री रमेश पोखरयाल निशंक ने मंगलवार को कहा कि सरकार छात्रों की चिंताओं के बारे में जानती है और बोर्ड की तारीखों की घोषणा जल्द ही की जाएगी.

इस महीने की शुरूआत में सीबीएसई ने कहा था कि साल 2021 में होने वाली बोर्ड की परीक्षा ऑनलाइन नहीं बल्कि लिखित मोड में आयोजित की जाएगी.

कोरोना महामारी के कारण इस साल मार्च में देश भर के स्कूलों को बंद कर दिया गया था. हालांकि बाद में 15 अक्तूबर को कुछ राज्यों में आंशिक तौर पर स्कूलों को खोला गया है लेकिन छात्रों स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं हैं.

अख़बार के अनुसार मंगलवार को शिक्षा मंत्री ने देश भर के शिक्षकों के साथ वर्चुअल मुलाक़ात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि”मौजूदा स्थिति को देखते हुए ये फ़ैसला लिया गया है कि 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं फरवरी 2021 से पहले नहीं होंगी. जानकारों से सलाह लेने और स्थिति का आकलन करने के बाद ही परिक्षा की तारीखों की घोषणा होगी.”

शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण सीबीएसई ने पाठ्यक्रम पहले ही 30 फीसदी तक कम कर दिया है, इसे और कम नहीं किया जाएगा.

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