राजस्थान में पिछले सात दिनों में गुरुवार को सबसे कम 55 पॉजिटिव केस आए। इससे पहले राज्य में 8 अप्रैल को संक्रमण के 40 मामले सामने आए थे। गुरुवार को आए 55 नए केस में सबसे ज्यादा 23 भरतपुर जिले के हैं। इनमें 22 पॉजिटिव बयाना कस्बे के हैं। चिंता की बात यह है कि इन 22 संक्रमित में से 9 बच्चे हैं, जिनकी उम्र 15 साल से कम है। इसके अलावा टोंक और जोधपुर में 11-11, जयपुर में तीन, झुंझुनू और कोटा में दो-दो, नागौर, बीकानेर और अजमेर में एक-एक संक्रमित मिला है। इसे मिलाकर राज्य में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1131 पर पहुंच गया है। जयपुर में बुधवार रात 65 साल के बुजुर्ग की मौत हुई। वह 11 अप्रैल से आईसीयू में एडमिट था। मंगलवार की आई रिपोर्ट में वह पॉजिटिव आया था। इसके दो बेटे भी आइसोलेशन में भर्ती है। यह राज्य में 14वीं मौत है।

उधर, भरतपुर में सार्वजनिक जगह पर गुटखा थूकने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। कोरोना महामारी के बीच राज्य में इस तरह की कार्रवाई का पहला मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि दोनों युवक लॉकडाउन होने के बावजूद बिना मास्क लगाए बेवजह सड़क पर घूम रहे थे। दोनों गुटखा खाए हुए थे और जगह-जगह थूक रहे थे। यह कार्रवाई राजस्थान महामारी रोग अधिनियम 1957 की धारा (2) के तहत की गई। इसके तहत छह महीने तक की सजा और जुर्माना या दोनों लगाया जा सकता है। राज्य सरकार ने कोरोना महामारी को देखते हुए इसे 10 अप्रैल को लागू कर दिया था।

जयपुर: एसएमएस की नर्स और वॉर्ड बॉय के बाद अब डॉक्टर पॉजिटिव

  • जयपुर के एसएमएस के डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल के सभी डॉक्टर्स, रेजीडेंट और अन्य स्टाफ डरा हुआ है। डॉक्टर के संपर्क में आए  उनके संपर्क में आए सभी स्टाफ ने खुद को क्वारैंटाइन कर लिया है।
  • केंद्र ने राजस्थान के जिन 11 शहरों को हॉटस्पॉट में शामिल किया गया उसमें जयपुर भी है। कारण यहां अब तक संक्रमितों की संख्या 488 (2 इटली के नागरिक) तक पहुंच चुकी है। इसमें से 422 लोग शहर के एक इलाके रामगंज के रहने वाले हैं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को लॉकडाउन को लेकर बैठक की। इसमें 21 अप्रैल से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों और औद्योगिक क्षेत्रों में औद्योगिक इकाइयों को शुरू करने के निर्देश दिए गए। इसके तहत, शहरी क्षेत्रों में ऐसे उद्योग जिनमें मजदूरों को ठहराने का इंतजाम है, उन्हें भी खोलने की अनुमति दी गई। हालांकि, मजदूरों को बाहर से लाने की इजाजत नहीं होगी। बैठक में यह भी तय किया गया कि सभी सरकारी ऑफिस को चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा। यहां स्टाफ की ड्यूटी रोटेशन में लगाई जाएगी। इसे गहलोत सरकार का मॉडिफाइड लॉकडाउन कहा जा रहा है।

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