कोरानावायरस संकमितों के संपर्क में आने के बाद गृह मंत्रालय के सलाहकार के विजय कुमार और सीआरपीएफ के डायरेक्टर जनरल एपी माहेश्वरी ने खुद को क्वारैंटाइन कर लिया है। ये सभी हाल ही में कोरानावायरस संक्रमित के संपर्क में आए थे। वायुसेना के 3 जवानों को भी क्वारैंटाइन किया गया है। इनमें से एक जवान मध्य मार्च में दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में गया था, जहां उस समय तब्लीगी जमात का कार्यकम चल रहा था। हालांकि, वायुसेना का कहना है कि यह जवान इस कार्यक्रम में शामिल हुआ था या नहीं, यह जांच का विषय है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से शनिवार को बताया गया कि देशभर में तब्लीगी जमात से जुड़े करीब 22 हजार लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है।
बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ के डीजी हाल ही में अप्रत्यक्ष रूप से चीफ मेडिकल ऑफिसर के संपर्क में आए थे, जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि इस सुरक्षा बल का एक अफसर 31 मार्च को संक्रमित पाया गया था। उसके संपर्क में आए सभी जवानों को भी क्वारैंटाइन किया गया है।
कोरोनावायरस फैलने की रफ्तार लगातार तेज होती जा रही है। आंध्रप्रदेश में रविवार को 34 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या 232 हो गई है। जबकि देश में कोरोना के मरीज 3 हजार 712 हो गए हैं। शनिवार को 563 नए संक्रमित मिले थे। इनमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 145 रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। इससे एक दिन पहले भी देश में 563 नए मरीज मिले थे। ये आंकड़े covid19india.org वेबसाइट के मुताबिक हैं। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कुल संक्रमितों की संख्या 3 हजार 374 हो गई है। इनमें से 213 ठीक हो चुके हैं, जबकि 75 मरीजों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि देश में कोरोनावायरस के मामलों में आई तेजी की सबसे बड़ी वजह तब्लीगी जमात है। संक्रमण के 30% मामले दिल्ली की जमात से लौटे लोगों की वजह से बढ़े हैं, लेकिन आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री वायएस जगन मोहन रेड्डी ने इसके जरिए एक समुदाय के खिलाफ हो रही बातों को गलत ठहराया। उन्होंने कहा कि निजामुद्दीन में जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था। इसकी वजह से एक समुदाय को निशाना बनाना ठीक नहीं है।