कांठ। लोक निर्माण विभाग की भूमि पर किए गए अतिक्रमण को नोटिस के बाद भी दो ग्रामीणों ने नहीं हटाया है। शिकायत के बाद भी पुलिस और प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जिसके कारण अतिक्रमणकारियों के हौंसले बुलंद हैं।
मामला कांठ तहसील व थाना क्षेत्र के गांव भागीजोत का हैं। यहां लोक निर्माण विभाग की सड़क के किनारे पटरी पर कुछ लोगों ने अवैध रूप से अतिक्रमण कर निर्माण किया हुआ है। शिकायत मिलने पर सितंबर 2019 में तहसील की राजस्व टीम ने पैमाइश की थी। जिसमें ओमकार सिंह, प्रीतम सिंह, धर्मेंद्र सिंह व नरेंद्र सिंह द्वारा सड़क की पटरी पर अतिक्रमण कर निर्माण किए जाने का खुलासा हुआ था। अतिक्रमण को स्वयं हटाने के लिए उस समय लोनिवि ने चारों लोगों को नोटिस जारी किए थे। जिस पर ओमकार सिंह ने अपना अतिक्रमण खुद हटा लिया था। एक सप्ताह पूर्व पुलिस, प्रशासन और लोनिवि की संयुक्त टीम ने प्रीतम सिंह का भी अतिक्रमण हटवाते हुए धर्मेंद्र सिंह और नरेंद्र सिंह को फिर एक बार चेतावनी देकर खुद अतिक्रमण हटाने को कहा था। लेकिन एक सप्ताह के बाद भी इन दोनों ने लोनिवि की भूमि को अतिक्रमण मुक्त नहीं किया है। जिसकी शिकायत एसडीएम कांठ प्रेरणा सिंह को प्रार्थना पत्र देकर की गई है।
बताया गया है कि इस मामले में एक युवक का हस्तक्षेप होने के कारण अतिक्रमण नहीं हट पा रहा हैं। शिकायतकर्ता का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन भी दबाव में है। जिससे कब्जाधारियों के हौंसले बुलंद हैं। मंगलवार को विधान केसरी द्वारा इस मामले में एसडीएम का ब्यान लेने का काफी प्रयास किया गया। लेकिन शाम सवा पांच बजे खबर लिखे जाने तक वह एक मिटिंग में व्यस्त थीं और उनका मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा था।