राजस्थान में तमाम कोशिशों के बाद भी संक्रमण के केस बढ़ते जा रहे हैं। यहां पिछले 12 घंटे में 13 नए पॉजिटिव सामने आए। इसमें चार केस मंगलवार को सामने आए। इनमें दुबई से झुंझुनू लौटा एक 44 साल का व्यक्ति, अजमेर में पंजाब से लौटे युवक की 17 साल की बहन, डूंगरपुर में संक्रमित मिले युवक के 65 साल के पिता और जयपुर में 60 साल के बुजुर्ग हैं। प्रदेश में अब कुल संक्रमितों की संख्या 83 पहुंच गई है। वहीं, संक्रमण के चलते दो लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
झुंझुनू के नवलगढ़ में लॉकडाउन में दो युवकों को बेवजह बाहर निकलना भारी पड़ गया। यह दोनों अब तीन दिन तक शहर के क्वारैंटाइन वार्ड में दो घंटे सफाई करेंगे। इन दोनों युवकों को पुलिस ने बेवजह घर के बाहर घूमते पकड़ा था और मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया था। इसके बाद दोनों को 3 दिन तक क्वारैंटाइन वार्ड में सफाई करने के आदेश मिला।
#Bhilwara | Curfew will be more strengthen from April 3 to April 13 from, 3 April media workers passes will be cancelled.#BhilwaraFightsCorona #Rajasthan #RajasthanLockDown #Covid19India #CoronavirusOutbreak pic.twitter.com/xpXIjBQpSp
— First India (@thefirstindia) March 30, 2020
राज्य सरकार ने कहा कि केंद्र सरकार ने सख्त निर्देश दिए हैं कि कोई भी घर के बाहर न निकलें। जो मजदूर अपने-अपने घर जा रहे हैं या अन्य जिलों में जा रहे हैं, उनको रोका जाए। जो लोग सड़क पर निकलेंगे, उन्हें अलग-अलग कैंप में रखा जाएगा। जहां वे 14 दिन रहेंगे। इसमें से कुछ लोग वापस जाने के लिए कह रहे हैं, जो अब संभव नहीं है। अब हम लोगों का मूवमेंट नहीं कर सकते। अब अगर आप अपने घर से निकलकर कहीं जाने की कोशिश करेंगे तो कहीं के नहीं रहेंगे। अगर अपना स्थान छोड़ा तो 14 दिन कैंप में रहना पड़ेगा।
भरतपुर के नदिया मोहल्ले में आज सुबह राशन लेने के लिए करी 500 लोग एक जगह एकत्रित हो गए। राशन लेते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया। उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण से लड़ने हेतु पंचायती राज संस्थाओं को राशि आवंटित की है। कोरोना संक्रमण को गांवों में प्रभावी तरीके से रोकने हेतु सुरक्षा किट और दवा छिड़काव पर लगभग 60 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। ग्राम पंचायत को अधिकतम 50 हजार रु. विकास अधिकारी, पंचायत समिति को अधिकतम 1 लाख रुपए तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद को अधिकतम 1.5 लाख रुपए की स्वीकृति जारी करने की अनुमति दी है।
जयपुर में कोरोना संकट से निपटने की लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही है। जयपुर में कलेक्टर डॉ. जोगाराम ने जिले के 84 बड़े निजी अस्पतालों को कब्जे में लेने का आदेश जारी किया है। इन अस्पतालों में कम से कम 50 बेड से लेकर 1100 बेड हैं। इन 84 अस्पतालों में कम से कम 9077 बेड कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए उपलब्ध हो सकेंगे। वहीं, भीलवाड़ा में अब तक 26 संक्रमित मिलने बाद 3 से 13 अप्रैल तक महा कर्फ्यू लगाया जाएगा। इसमें मीडिया के भी बाहर निकलने पर रोक लगेगी। भीलवाड़ा के कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने बताया इस अवधि में कर्फ्यू पास भी नहीं माने जाएंगे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को ट्वीट कर बताया कि राज्य सरकार गंगानगर की 5 चीनी मिलों और निजी डिस्टलरी की मदद से हर दिन 5 लाख सैनिटाइजर की बोतलों की सप्लाई की जा रही है। इससे जमाखोरी नहीं होगी और कीमतें भी नहीं बढ़ेंगी।
राजस्थान में कुल 33 जिले हैं। इनमें से अब तक 11 जिलों में कोरोना के केस मिल चुके हैं। सबसे ज्यादा केस भीलवाड़ा में मिले हैं। यहां अब तक 26 पॉजिटिव मिल चुके हैं। इसके अलावा जयपुर में 21, झुंझुनूं में 8, जोधपुर में 14 (इसमें 7 ईरान से आए), प्रतापगढ़ में 2, डूंगरपुर में 3, अजमेर में 5, अलवर, पाली, सीकर और चूरू में एक-एक संक्रमित मिला है।