कोरोना वायरस के डर से स्कूल, कॉलेज, दफ्तर सब बंद हो चुके हैं. सरकार लोगों से घरों में लॉकडाउन रहने का आग्रह कर रही है. घर में कैद होने की वजह से कई लोगों को स्ट्रेस (मानसिक तनाव) की समस्या बढ़ सकती है.

पूरी दुनिया में 3,50,000 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. भारत में भी कोरोना वायरस पीड़ितों की संख्या बढ़कर 500 से ज्यादा हो चुकी है. इस जानलेवा वायरस के डर से स्कूल, कॉलेज, दफ्तर सब बंद हो चुके हैं. सरकार लोगों से घरों में लॉकडाउन रहने का आग्रह कर रही है. घर में कैद होने की वजह से कई लोगों में स्ट्रेस (मानसिक तनाव) की समस्या बढ़ सकती है. आइए जानते हैं लॉकडाउन में स्ट्रेस की समस्या से कैसे निपटा जा सकता है.

यदि आप लोगों के बीच रहकर अकेला महसूस करते हैं और यहां भी मानसिक अवसाद आपका पीछा नहीं छोड़ रहा है तो अच्छी चीजें पढ़ना-लिखना शुरू कर दें. आप चाहें तो पेंटिंग भी कर सकते हैं या फिर अपना पसंदीदा म्यूजिक सुन सकते हैं.

सुबह के वक्त रनिंग शुरू कर दीजिए. ताजा हवा में खुलकर सांस लेने से आपका दिमाग सही दिशा में दौड़ेगा और आप हर चीज को लेकर हाइपर नहीं होंगे.

अकेलेपन में लोगों से मिलने और उनसे बात करने का बड़ा मन करता है. ऐसे में आप वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दोस्तों से जुड़ सकते हैं.

एक्सरसाइज करने से सेहत बनने के साथ तनाव भी कम होता है. एक्सरसाइज करने से हमारी बॉडी से हैपी हार्मोन रिलीज होते हैं, जिसके चलते हमारा तनाव कुछ ही पल में गायब हो जाता है. लेकिन अगर आपके पास एक्सरसाइज का समय नहीं है तो आप दिन में 15 से 20 मिनट तक जरूर टहलें.

आप जिस प्रकार का खाना खाते हैं, आपका स्वभाव भी वैसा ही हो जाता है. इसलिए हमेशा हेल्दी खाने का सेवन करें.

जो लोग अपनी नींद के साथ समझौता करते हैं, उनकी सेहत को गंभीर रूप से नुकसान पहुंच सकता है. नींद पूरी ना होने की वजह से लोग कई सारी शारीरिक और मानसिक बीमारियों से ग्रस्त हो जाते हैं. अगर आप अच्छी नींद लेंगे तो पूरे दिन शरीर उर्जा बनी रहेगी. साथ ही आप अपने काम को सही तरीके से कर पाएंगे और आपका मूड पहले के मुकाबले बेहतर रहेगा. वैसे बता दें, 7 से 9 घंटे की नींद एक इंसान के लिए जरूरी होती है.

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