अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने शुक्रवार को भारतीय नौसेना के लिए भारतीय रंग में तैयार एमएच-60 रोमियो मल्टीरोल हेलीकॉप्टर की एक तस्वीर साझा की है। भारत ने 24 एमएच-60 रोमियो मल्टीरोल हेलीकॉप्टर खरीदने की मंजूरी दी है, जिसके लिए अमेरिकी कंपनी को 2.5 अरब यूएस डॉलर का भुगतान किया जाएगा।
अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर फोटो को शेयर करते हुए कंपनी ने लिखा, “इस #नेवीडे पर इंडियन नेवी के लिए तैयार #MH60R की पहली तस्वीर साझा करते हुए हमें गर्व हो रहा है। #रोमियोफॉरइंडिया”
सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी ने इसी साल फरवरी माह में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत आने से पहले 24 एमएच-60 रोमियो मल्टीरोल हेलीकॉप्टर की खरीद को मंजूरी दी थी। एमएच-60 आरसी हॉक हेलीकॉप्टर भारत के पुराने हो चुके ब्रिटेन निर्मित सी किंग हेलीकॉप्टरों की जगह लेंगे। ट्रंप प्रशासन ने बीते साल अप्रैल महीने में इन हेलीकॉप्टरों बिक्री को मंजूरी दी थी।
क्या है इस हेलीकॉप्टर की खासियत
ये हेलीकॉप्टर सतह और पनडुब्बी भेदी युद्धक अभियानों में भारतीय नौसेना की क्षमता बढ़ाएंगे। लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित ये हेलीकॉप्टर पनडुब्बियों और पोतों पर अचूक निशाना साधने में सक्षम हैं। ये हेलीकॉप्टर समुद्र में तलाशी और बचाव कार्यों में भी उपयोगी हैं।
दूसरी ओर, अमेरिका ने अपने सी-130जे सुपर हरक्यूलिस सैन्य परिवहन विमान के बेड़े की मदद के रूप में भारत को नौ करोड़ डॉलर के सैन्य उपकरणों और सेवाओं की बिक्री की मंजूरी दे दी है। रक्षा विभाग की रक्षा सुरक्षा सहयोग एजेंसी (डीएससीए) ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह प्रस्तावित बिक्री अमेरिका-भारत रणनीतिक संबंधों को मजबूती प्रदान करने तथा एक प्रमुख रक्षा साझेदार की सुरक्षा को दुरुस्त करने में मदद करके अमेरिका की विदेश नीति एवं राष्ट्रीय सुरक्षा का समर्थन करेगी।
डीएससीए ने अमेरिकी कांग्रेस को एक प्रमुख बिक्री अधिसूचना जारी कर कहा कि हिंद-प्रशांत और दक्षिण एशियाई क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता, शांति एवं आर्थिक प्रगति के लिए भारत एक महत्वपूर्ण शक्ति बना हुआ है। भारत ने जो अनुरोध किए हैं, उनमें विमानों में खप सकने वाले कलपुर्जे और मरम्मत तथा वापसी वाले पुर्जे, कारट्रिज एक्चुएटिड उपकरण या प्रोपेलेंट एक्चुऐटिड उपकरण (सीएडी या पीएडी), अग्निशमन कारट्रिज, आधुनिक रडार चेतावनी रिसीवर शिपसेट और जीपीएस आदि शामिल हैं। इनकी कुल कीमत नौ करोड़ डॉलर है।