सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में राजनीति करने को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को भाजपा पर तीखा हमला किया। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की जांच को चौधरी ने बिहार चुनाव से पहले भाजपा का रक्षक करार दिया।
चौधरी ने कहा, ‘बिहार में भाजपा के लिए राजपूत मामला इच्छित परिणाम देने में नाकाम रहा, लेकिन अब एनसीबी जांच उसके लिए रक्षक साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अब परिदृश्य से बाहर हैं, अब सारा ध्यान एनसीबी पर है।’
चौधरी ने तंज करते हुए ट्वीट किया- एनसीबी किसी चीज की जांच कर रही है? अभी तक कितना मादक पदार्थ बरामद किया गया है? क्या इस मामले में किसी आतंकी का हाथ है? बोगस, कम से कम गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (यूएपीए) और एनएसए तो लगाना ही चाहिए।
अधीर ने आरोप लगाया कि बिहार चुनाव का ऐलान ऐसे किया गया जैसे कि यह बहुत जरूरी है। यह मादक पदार्थों की खोज नहीं हो रही है, निश्चित रूप से एक दयनीय राजनीतिक खेल चल रहा है। बिहार चुनाव के लिए नई सनसनी की आवश्यकता है, यह भाजपा के राजनीतिक और वैचारिक दिवालियापन का शानदार उदाहरण है।
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि लोग जानना चाहते हैं कि सुशांत सिंह राजपूत का हत्यारा कौन है? कौन अपराधी है? लेकिन राजनीतिक मूर्खता जारी है। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को घोषणा की कि बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरणों – 28 अक्तूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को होंगे। मतों की गिनती 10 नवंबर को होगी।