नारायण सिंह गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे थे. वह लगभग 90,000 रुपये के कर्ज में थे. पत्नी और तीन बच्चों सहित पांच सदस्यीय परिवार सभी उन पर निर्भर थे.

आगरा: उत्तर प्रदेश में आगरा जिले के फतेहाबाद में आवारा पशुओं द्वारा छह बीघा जमीन पर गेहूं की फसल को पूरी तरह से नष्ट कर देने से सदमे में आकर एक किसान का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. बढोरा के 51 वर्षीय नारायण सिंह ने कथित तौर पर 90,000 रुपये उधार लिए थे और कर्ज चुकाने के लिए अपनी फसल पर निर्भर थे. उनके परिवार में दो अविवाहित बेटियों सहित तीन छोटे बच्चे हैं. उनके परिवार के सदस्यों के अनुसार, सिंह आवारा पशुओं से फसल की रक्षा के लिए अक्सर खेतों में अपना समय व्यतीत करते थे.

नारायण सिंह गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे थे

सोमवार की शाम, वह रात के खाने के लिए घर आए और जब तक वह वापस गए, तब तक उनकी पूरी फसल 50 से अधिक आवारा पशुओं ने नष्ट कर दी. परिवार के सदस्य ने कहा, “सिंह इस सदमे को सहन नहीं कर सके और दिल का दौरा पड़ा.” उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृतक के एक रिश्तेदार भूरी सिंह ने बताया, “नारायण सिंह गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे थे. वह लगभग 90,000 रुपये के कर्ज में थे. पत्नी और तीन बच्चों सहित पांच सदस्यीय परिवार सभी उन पर निर्भर थे. वह आवारा पशुओं के कारण हुए फसल नुकसान को सहन नहीं कर पा रहे थे और कॉर्डिएक अरेस्ट से उनकी मृत्यु हो गई.”

ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से परिवार को आर्थिक सहायता देने की अपील की है. सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (फतेहाबाद) अमित काले ने कहा, “हमें आवारा पशुओं के कारण हुई फसल क्षति के बाद एक किसान की मौत के बारे में जानकारी मिली है. तहसील के कर्मचारियों को परिवार से मिलने के लिए भेजा गया और रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी.”

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