कभी जदयू में रहे राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर एक बार फिर मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। बिहार में कोरोना वायरस के फैलाव को लेकर नीतीश सरकार पर सवाल दागा है। उन्‍होंने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार ने तय कर लिया है कि बिहार में कोरोना जांच की रफ्तार नहीं बढ़ाएंगे। यह आरोप प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को ट्वीट कर लगाया है। बता दें कि जदयू से बाहर निकलने के बाद प्रशांत किशोर लगातार नीतीश सरकार के खिलाफ आरोप लगाते रहे हैं।

 

दरअसल, एक समय था जब राजनीतिक रणनीतिकार और सियासी गलियारे में पीके के नाम से फेमस प्रशांत किशाेर जदयू के शीर्षस्‍थ पोस्‍ट पर थे। वे जदयू के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष भी रह चुके हैं। लेकिन जबसे उन्‍हें पार्टी से हटाया गया है, तब से एनडीए पर हमलावर हो गए हैं। ट्वीट कर कभी जदयू तो कभी भाजपा पर हमला करते रहते हैं। शुक्रवार को उनहोंने अपने नए ट्वीट में नीतीश सरकार पर कोरोना संकट को लेकर आरोप लगाया है।

 

प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में लिखा है- ‘करोना की वजह से चुनाव और उसकी तैयारियों में कोई बाधा ना आए इसलिए नीतीश कुमार ने तय कर लिया है कि बिहार में करोना की जांच की रफ़्तार को नहीं बढ़ायेंगे।’ उन्‍होंने इसी ट्वीट में आगे लिखा है कि पूरे देश के लेवल पर बिहार में कोरोना की सबसे कम टेस्टिंग हो रही है। करोना से संक्रमित लोगों के पता ना चलने या उसमें देरी के भयावह परिणाम हो सकते हैं।’

 

इसके पहले इसी माह 14 जून को उन्‍होंने कोरोना टेस्टिंग को लेकर नीतीश सरकार पर हमला किया था। उन्‍हाेंने अपने ट्वीट में लिखा था कि देश में सबसे कम टेस्टिंग, 7-9% पॉज़िटिव केस दर और 6 हज़ार से ज़्यादा केस के बावजूद बिहार में करोना के बजाय चुनावों की चर्चा है। तीन महीनों से कोरोना के डर से अपने आवास से ना निकलने वाले नीतीश कुमार समझते हैं कि लोगों के घरों से निकलकर चुनाव में भाग लेने में कोई ख़तरा नहीं है। गौरतलब है कि घर से नहीं निकलने को लेकर राजद सुप्रीमो लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्‍वी यादव ने भी हमला किए थे। हालांकि अब सीएम नीतीश कुमार लगातार दौरा कर रहे हैं और नेपाल बॉर्डर पर जाकर तटबंधों का जायजा भी ले रहे हैं।

Input : Dainik Jagran

 

 

 

 

 

 

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