अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण पांच अगस्त को भूमि-पूजन के साथ शुरू हो जाएगा। इसे लेकर राम भक्तों में उत्साह और उमंग है। राममंदिर के भूमि पूजन के लिए देशभर के धार्मिक स्थलों से रज पहुंचाई गई है। उत्तर प्रदेश के एटा जनपद से 21 कुंतल का घंटा अयोध्या पहुंचाया जाएगा। यह घंटा जलेसर में बनाया गया है।
यह घंटा नगर पालिका अध्यक्ष विकास मित्तल श्रीराम मंदिर प्रबंधन को दान करेंगे। करीब 11 लाख रुपये की लागत से बनने वाले घंटा दो महीने में बनकर तैयार हो पाया है।
नगर पालिका अध्यक्ष ने इसके अपनी फैक्टरी में तैयार कराया है। उन्होंने बताया कि उक्त घंटे का निर्माण वाराणसी के एक घंटा व्यवसायी के आर्डर पर किया गया था, लेकिन अब यह घंटा अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को दान कर दिया जाएगा।
वाराणसी के व्यापारी के लिए दूसरा घंटा अलग से तैयार कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि श्रीराम मंदिर को घंटा प्रदान करने के लिए उनकी व पिता सत्यशील प्रकाश मित्तल की प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी से सात अगस्त को मुलाकात होगी। इस दौरान घंटा समर्पित कर दिया जाएगा।
पालिका अध्यक्ष ने बताया कि वह जलेसर में भी भव्य राम मंदिर का निर्माण कराने जा रहे हैं। नगर के मोहल्ला सर्राफा स्थित राम मंदिर जर्जर अवस्था में है। उसका पुनर्निर्माण जनता के सहयोग से कराया जाएगा। मंदिर का शिलान्यास राम मंदिर अयोध्या के शिलान्यास के समय 18:15 पर वो स्वयं करेंगे।
राममंदिर के भूमि पूजन को लेकर ब्रज धाम में उल्लास है। मथुरा से वृंदावन तक उत्सव मनाने की तैयारियां चल रही हैं। मंदिरों में अनुष्ठान हो रहे हैं। ब्रज को अयोध्या की तरह भगवामय बनाने के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप), बजरंग दल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) एवं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता जुट हुए हैं। इसमें जनप्रतिनिधि भी पीछे नहीं हैं। उनका कहना है कि भूमि पूजन के अवसर पर शहर से लेकर गांव तक घर-घर दीपक जलाए जाएंगे।
सोमवार को कैबिनेट मंत्री एवं छाता क्षेत्र से विधायक चौधरी लक्ष्मीनारायण ने कहा कि राममंदिर आंदोलन से श्रीकृष्ण की नगरी का गहरा नाता है। अब जब अयोध्या में भूमि पूजन होने जा रहा है तो खुशी होना स्वाभाविक है। इस खुशी को प्रकट करने के लिए पांच अगस्त को क्षेत्र घर-घर दीपक जलेंगे और छतों पर लोग भगवा ध्वज लगाएंगे। पूरा ब्रज क्षेत्र भी अयोध्या की तरह भगवामय होगा।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी का समय नहीं होता तो यहां से हजारों की संख्या में लोग अयोध्या पहुंचते। एक अलग ही नजारा होता। कैबिनेट मंत्री ने सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए ब्रज के सभी साधु-संतों, मंदिरों के महंतों से चार एवं पांच अगस्त को दीप, रंग बिरंगी लाइट जलाकर दीपावली मनाने का आह्वान किया है।
वृंदावन धाम को भी जगमगाने की तैयारी हो रही है। इसके लिए श्रीमद्भागवत मंदिर एवं श्री हरिदासीय राधा प्रसाद सेवा ट्रस्ट द्वारा दीपों का वितरण किया जा रहा है। सोमवार से 11000 दीपों का वितरण शुरू हुआ। दीप वितरण शुरु करते हुए महंत सुतीक्षण दास ने इस पांच अगस्त के दीप को भक्ति के पांच दीप श्री राघवेंद्र सरकार के चरणों में समर्पित करके प्रभु भक्ति का वरदान मांगने का आग्रह किया।
राममंदिर भूमि पूजन में गिरिराज जी की तलहटी की रज के साथ ब्रज के 12 वन और पांच सरोवरों का जल का उपयोग होगा। श्रीनंदनी गोशाला के संस्थापक सोमदत्त दीक्षित ने बताया कि ब्रज के चिंताहरण, ब्रह्म कुंड, केदारनाथ, कदंब खंडी, गिरिराज तलहटी व नंदनी गोशाला की रज व कुसुम सरोवर, पावन सरोवर, चंद्र सरोवर व मान सरोवर का जल वृंदावन में साध्वी ऋतंभरा द्वारा पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि यहां के वन, उपवन, कुंड व सरोवर में साक्षात ठाकुरजी का वास है।