जिस चीन से कोरोनावायरस की शुरुआत हुई, वहां पर संक्रमण लगभग खत्म हो गया। 24 घंटे में संक्रमण की वजह से कोई मौत नहीं हुई। यहां जनवरी से संक्रमण फैलना शुरू हुआ था। तब से यह पहला मौका है, जब एक दिन में किसी संक्रमित की मौत नहीं हुई। इसके साथ ही वुहान में भी लॉकडाउन हटा दिया गया है। चीन में सिर्फ वुहान ही बचा है जहां लॉकडाउन जारी था। लॉकडाउन हटने के बाद यहां बड़ी तादात में भीड़ उमड़ पड़ी। वुहान में पिछले 14 दिन में संक्रमण के कुल दो मामले ही सामने आए। यहां 23 जनवरी से लॉकडाउन है।
मंगलवार को चीन के नेशनल हेल्थ कमीशन ने कहा- सोमवार को कुल 32 नए मामले सामने आए। ये सभी वो लोग हैं जो दूसरे देशों से यहां आए। चीन में जनवरी से कोरोनावायरस का प्रकोप शुरू हुआ था। फरवरी में यह चरम पर था। मार्च की शुरुआत से कमी आने लगी। अप्रैल में यह करीब-करीब खत्म होता जा रहा है। हालांकि, दूसरे देशों से चीन पहुंचे लोगों की वजह से खतरा बढ़ भी सकता है। क्योंकि, हेल्थ मिनिस्ट्री कई दिनों से यह दावा कर रही है कि नए मामलों में 99 फीसदी बाहरी लोगों के देश लौटने से सामने आ रहे हैं। हालांकि, इनमेें भी चीन के नागरिक ही ज्यादा हैं।
It took close to #four months ( practically) even for the clockwork Chinese command control regime to remove the lockdown from #Wuhan . Expectations of #business as usual after #flattening the curve are misplaced. https://t.co/k9WJvEkxnu
— Bharath Lingam (@bharath007) April 7, 2020
कोरोनावायरस के संदर्भ में बात करें तो एसिम्टोमैटिक पेशेंट वो हैं जो कोरोना पॉजिटिव तो हैं, लेकिन उनमें इस बीमारी के लक्षण नजर नहीं आते। अब इन्हीं पर नजर ज्यादा रखी जा रही है। सोमवार को ऐसे 30 मामले सामने आए। कुल 1,033 ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। यह दुनिया के कुल एसिम्टोमैटिक मामलों का एक तिहाई है। बाहर से आने वाले सभी नागरिकों का वायरस टेस्ट किया जा रहा है। चीन में अब तक संक्रमण के 81,740 मामले सामने आए। 3 हजार 331 लोगों की मौत हुई।