अगर आप लॉकडाउन में टर्म लोन लेने की सोच रहे हैं तो आपके लिए देश के सबसे बड़े बैंक की ओर से एक तोहफा है. दरअसल, एसबीआई ने मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में कटौती की है. इसका मतलब ये हुआ कि अगर आपने एसबीआई से MCLR आधारित लोन ले रखा है तो आने वाले दिनों में आपकी ईएमआई कम हो जाएगी. बता दें कि अभी बैंक के 44 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं.

लॉकडाउन के दौरान तीसरी बार है जब एसबीआई ने लोन या ईएमआई पर ग्राहकों को राहत दी है. इससे पहले मार्च के आखिरी और अप्रैल के पहले हफ्ते में भी एसबीआई ने राहत का ऐलान किया था. 25 मार्च से देशभर में लॉकडाउन लागू है, जो 17 मई तक चलेगा.

SBI ने गुरुवार को विभिन्न अवधि के लिए MCLR में 0.15 फीसदी की कटौती की है. एक साल अवधि के लिए MCLR सालाना 7.40 फीसदी से घटकर 7.25 फीसदी हो गया है. एक साल की अवधि की एमसीएलआर दर ही व्यक्तिगत, कार और होम लोन जैसे कर्ज के लिए प्रमुख आधार होती हैं.

आपको बता दें कि एमसीएलआर के तहत कॉमर्शियल बैंक लोन की ब्याज दर तय करते हैं. ये दर आरबीआई के रेपो रेट से प्रभावित है. अगर आरबीआई रेपो रेट कम करता है तो बैंकों पर एमसीएलआर कम करने का दबाव बढ़ता है.

बहरहाल, नई दरें 10 मई से लागू होगी. बैंक ने बताया कि 30 साल के लिए 25 लाख के लोन पर ईएमआई लगभग 255 रुपये सस्ती हो गई है. आपको बता दें कि यह बैंक द्वारा MCLR में लगातार 12वीं और वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी कटौती है. इससे पहले 10 अप्रैल को 35 बेसिस प्वाइंट्स यानी 0.35 फीसदी की कटौती कर दी गई थी.

इसके अलावा बैंक ने बुजुर्गों के लिए ‘एसबीआई वीकेयर डिपॉजिट’ स्कीम की शुरुआत की है. इसके तहत बुजुर्गों को 5 साल या उससे ज्यादा की अवधि पर जमा करने पर 30 बेसिस पॉइंट्स का एक्स्ट्रा प्रीमियम ब्याज मिलेगा. बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक यह स्कीम 30 सितंबर 2020 तक जारी रहेगी.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here