वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान सेंसेक्स कुल मिला कर 9,204.42 अंक यानी 23.80 प्रतिशत लुढ़का जबकि एनएसई निफ्टी 3,026.15 अंक यानी 26.03 प्रतिशत नीचे आया.
आज यानी 1 अप्रैल से नए वित्त वर्ष की शुरुआत हुई है. वित्त वर्ष के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर कोरोना वायरस का असर दिख रहा है. यही वजह है कि कारोबार के दो घंटे में सेंसेक्स 1000 अंक तो वहीं निफ्टी भी 300 अंक से अधिक लुढ़क गया. इस दौरान सेंसेक्स 29 हजार अंक, निफ्टी भी 8500 अंक के के नीचे आ गया.
#CNBCTV18Market | Market continues to trade lower with Sensex slipping more than 757 points, Nifty below 8,400 with Kotak Mahindra Bank, Reliance & HDFC Bank being top contributors to the fall pic.twitter.com/XpNBGWA9Xo
— CNBC-TV18 (@CNBCTV18Live) April 1, 2020
वित्त वर्ष 2019-20 के अंतिम दिन मंगलवार को बाजार में जोरदार तेजी आई और सेंसेक्स 1,028 अंक से अधिक मजबूत हुआ. तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,028.17 अंक यानी 3.62 प्रतिशत की तेजी के साथ 29,468.49 अंक पर बंद हुआ. इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 316.65 अंक यानी 3.82 प्रतिशत मजबूत होकर 8,597.75 अंक पर रहा.
बाजार में गिरावट की वजह से वित्त वर्ष 2019-20 में निवेशकों को 37.59 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी. वित्त वर्ष 2019-20 में बाजार ने कई ऊंचाइयों को भी छुआ. बीएसई सेंसेक्स ऐतिहासिक 40,000 अंक को पार किया और एनएसई निफ्टी 12,000 के स्तर से ऊपर निकलने में सफल रहा. इस दौरान नवंबर में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 10 लाख करोड़ रुपये का बाजार पूंजीकरण वाली पहली भारतीय कंपनी का मुकाम हासिल किया.
हालांकि, अगर पूरे वित्त वर्ष को देखा जाए तो इसमें अच्छी-खासी गिरावट आई है. कोरोना वायरस महामारी के कारण मार्च महीने में ही इसमें रिकार्ड गिरावट दर्ज की गई. वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान सेंसेक्स कुल मिला कर 9,204.42 अंक यानी 23.80 प्रतिशत लुढ़का जबकि एनएसई निफ्टी 3,026.15 अंक यानी 26.03 प्रतिशत नीचे आया.