उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस संग पूरे सहयोग के बावजूद ये कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि इस गिरफ्तारी के लिए पुलिस के पास लीगल पेपर भी नहीं थे। गिरफ्तारी को गैर कानूनी भी बताते हुए अर्नब ने इसे कोर्ट की अवमानना करार दिया। बकौल अर्नब सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे पर खुद संज्ञान लेना चाहिए। रिपब्लिक के CEO की गिरफ्तारी के मुद्दे पर नेटवर्क आज ही जमानत के लिए हॉलिडे बेंच के सामने याचिका दायर करेगा।
‘पूछता है भारत’ डिबेट शो के एंकर अर्नब ने कहा कि सोमवार को उनकी अग्रिम जमानत पर सुनवाई होने वाली थी लेकिन उससे एक दिन पहले ही पुलिस ने उन्हें बिना किसी पेपर के गिरफ्तार कर लिया। चैनल के मुताबिक खनचंदानी ने फर्जी टीआरपी मामले में मुंबई पुलिस के साथ पूरा सहयोग किया है और 100 घंटे से अधिक की पूछताछ का सामना किया है।
इस गिरफ्तारी पर कई प्रतिक्रियाएं मिली हैं। एडवोकेट दीपक आंनद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट गैर कानूनी तरीके से गिरफ्तारियों को रोकने के लिए हस्तक्षेप करें। पुलिस कानून को रिफॉर्म करने का समय आ गया है। कोर्ट इसपर कानून बनाए। वकील अश्वनी दुबे ने कहा कि पुलिस उस समय लोगों को गिरफ्तार करती है जब उसे लगता है कि पुलिस रिमांड मिलेगी और ऐसे मामलों में कभी भी पुलिस कस्टडी नहीं मिलती है।।
विकास खनचंदानी की गिरफ्तारी के बाद ट्विटर पर ‘मुंबई पुलिस’ ट्रेंड करने लगा है। कई यूजर्स ने मुंबई पुलिस गैर कानूनी गिरफ्तारी का आरोप लगाया है। मीरा रिचर्ड @meera_raichand लिखती हैं कि मुंबई पुलिस को ये सब रोकना चाहिए। शिव देव @SDSARVESHPATEL2 लिखते हैं कि महाराष्ट्र में आपातकाल लागू है।