करगिल की लड़ाई में बीआरसी के योद्धाओं ने जो पराक्रम के  दिखाया, उसको देश ही नहीं पाकिस्तानी सेना भी याद रखेगी। बीआरसी के फर्स्ट बटालियन के योद्धाओं ने सर्वप्रथम दुश्मन के किले को भेदा और विजयी तिरंगा फहराया था। करगिल के बटालिक सब सेक्टर में 14000 फुट की ऊंचाई पर पाकिस्तान की सेना और घुसपैठिये जगह जगह किलेबंदी किया था।

चारों तरफ बारुदी सुरंगें व तोपों से मजबूत किला बंदी की थी। जिसकी जानकारी भारतीय सेना को मिलते ही सैन्य कार्रवाई शुरू करने का दिशा निर्देश प्राप्त हुआ। चौकी प्वाइंट 4226 पर कब्जा करने का काम चार्ली कंपनी को सौंपा गया था। 28 मई 1999 को ऑपरेशन विजय प्रारम्भ हुआ। मानस बल डलझील से एक बटालियन के जवानों को संध्या बेला में अपनी मिशन पर कूच कर दिया गया। ऊंचे नीचे पहाड़ों, खाइयों व नदी-नालों को पार करते हुए अगले दिन सुबह सभी सैनिक बटालिक सब सेक्टर पहुंचे। रात भर का सफर तय करने के बाद भी सैनिकों को आराम करने का मौका नहीं मिला।

बावजूद 29 मई को चार घंटे पैदल चलने के बाद पाकिस्तानी सेना और घुसपैठियों पर हमला बोल दिया गया। चार्ली कंपनी में नायक गणेश प्रसाद यादव को आक्रमण दल में सबसे आगे रखा गया था। छिपते छिपाते हुए भारतीय सैनिक दुश्मनों के बनाये किलेबंदी तक पहुंच गए। इस दरम्यान दुश्मनों द्वारा तोपों से गोले व गोलियां बरसाई जा रही थीं। तभी भारतीय सैनिकों का एक दल ने अचानक से हमला बोल दिया,जिससे पाकिस्तानी सेना को सोचने का मौका नहीं मिला। तोपखाने तथा लघु शस्त्रों से भारी गोलीबारी शुरू कर दी। उसके बावूजद गणेश यादव ने अपनी सुरक्षा की बिल्कुल परवाह नहीं करते हुए दुश्मन के बनाये किले में घुस गए। दो भाड़े के विदेशियों को देखते ही देखते मार गिराया।

उसके बाद गोलीबारी करते हुए आगे बढ़े जा रहे थे। उनके गोलियों से कितने दुश्मन मारे गए और जख्मी हो गए। तभी नायक यादव के कूल्हे पर गोलियां आकर लग गई और वे गंभीररूप से जख्मी हो गए। बावजूद यादव ने लगातार गोलीबरी करते हुए आगे बढ़ते जा रहे थे और अंतत: मां भारती की गोद में हमेशा के लिए सो गए। अपनी बहादुरी के परचम लहराने वाले गणेश यादव को सेना ने मरणोपरान्त वीरचक्र से सम्मानित किया गया।

कारगिल युद्ध में शहीद हुए सैनिकों के नाम

1. मेजर चन्द्र भूषण द्विवेदी  (शिवहर)
2. नायक गणेश प्रसाद यादव (पटना के बिहटा स्थित लई)
3. नायक विशुनी राय (सारण)
4.नायक सूबेदार नागेश्वर महतो (रांची)
5.नायक नीरज कुमार (लखीसराय)
6. नायक सुशील कुमार सिंह (मुजफ्फरपुर के भगवान चौक)
7.लांस नायक विद्यानंद सिंह (आरा शहर)
8. लांस नायक राम वचन राय (वैशाली)
9. हवलदार रतन कुमार सिंह (भागलपुर के नवगछिया)
10. सिपाही अरविंद कुमार पाण्डेय (पूर्वी चम्पारण)
11. सिपाही प्रमोद कुमार (मुजफ्फरपुर)
12. सिपाही शिव शंकर गुप्ता (औरंगाबाद के रफीगंज)
13. सिपाही हरदेव प्रसाद सिंह (नालंदा के हिलसा)
14. सिपाही एम्बू सिंह (सीवान)
15. सिपाही रमन कुमार झा (सहरसा)
16.सिपाही हरिकृष्ण राम (सीवान)
17. गनर प्रभाकर कुमार सिंह (भागलपुर)
18. गनर युगम्बर दीक्षित (पलामू)