भारत को लंबे समय से कोविड-19 परीक्षण के लिए जिन रैपिड टेस्टिंग किट (आरटीके) की खेप का इंतजार था वह आखिरकार चीन से देश पहुंच गई हैं। इसमें एंटीबॉडी और आरएनए एक्सट्रेशन किट भी शामिल हैं। आज से इन्हें देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा जाएगा। इन किट्स का इस्तेमाल हॉटस्पॉट वाले इलाकों में किया जाएगा, जहां संक्रमण तेज गति से फैल रहा है। पहली खेप में भारत को 6.5 लाख किट मिली हैं। जिन्हेx विभिन्न राज्यों में भेजा जाएगा। वहीं असम को आज 50,000 व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट मिल गई हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले चीन से भेजी गई पांच लाख स्पेशल किट भारत के बजाय अमेरिका पहुंच गई थीं। भारत ने चीन की जिस कंपनी को यह ऑर्डर दिया था, उसने मंगाया गया स्टॉक अमेरिका भेज दिया था। चीन की इस किट की यह खासियत है कि इससे सिर्फ आधे घंटे में परीक्षण हो जाता है और पता चल जाता है कि व्यक्ति को कोरोना से संक्रमण है या नहीं।
हमारे देश में उपयोग हो रही मौजूदा परीक्षण तकनीक में एक सैंपल की जांच में तीन से चार घंटे लग जाते हैं। इस किट से देश के हॉटस्पॉट वाले इलाकों में जांच की जाएगी। साथ ही इंफ्लुएंजा जैसी बीमारी से पीड़ित मरीजों का टेस्ट भी इसी से किया जाएगा, जिससे कि यह पता चल सके कि उन्हें कोरोना संक्रमण तो नहीं हो रहा है।
बीजिंग में भारत के दूत विक्रम मिस्री ने बताया कि चीन से खरीदी जा रही 20 लाख से अधिक जांच किटों को अगले 15 दिनों में भारत भेजा जाएगा। कोरोना वायरस से करीब ढाई महीने तक जूझने के बाद चीन में कारखानों ने एक बार फिर काम शुरू कर दिया है और वह भारत समेत दुनियाभर में वेंटिलेटर और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) समेत चिकित्सा सामान की भारी मांग को एक बड़े कारोबारी अवसर के तौर पर देख रहा है। चीन से इन सामान के आयात के लिए निजी और सरकारी कंपनियां दोनों ही ऑर्डर दे रही हैं।
ऐसी जानकारी है कि चीन ने भारत में मौजूदा लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में जांच बढ़ाने के उसके प्रयास के तौर पर पहले चिकित्सा किट्स की दो बड़ी खेप भेजीं। मिस्री ने कहा कि भारतीय दूतावास, भारत में इन सामान को समय से पहुंचाने के लिए विमानों के समन्वय पर काम करने के अलावा वाणिज्यिक खरीद में सहयोग भी कर रहा है।
Another BIG reason to cheer!
Keeping life first as the motive, we're glad to have imported 50,000 PPE kits from Guangzhou,China. I am happy to receive this special flight along with @Pijush_hazarika at #Guwahati airport just now. A big reassurance for our doctors & nurses. pic.twitter.com/nFkFkwfPQZ
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 15, 2020
असम के मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने ट्विट कर कहा, ‘खुश होने की एक और वजह। जीवन को पहली प्राथमिकता देते हुए हमें खुशी है कि चीन के गुआंगझो प्रांत से आयातित 50,000 पीपीई किट पीजूश हजारिका के साथ विशेष विमान के जरिए गुवाहाटी हवाई अड्डे पर पहुंच गई हैं। हमारे डॉक्टरों और नर्सों के लिए एक बड़ा आश्वासन।’